भारत के प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह ने 6 सितम्बर को ढांका पहुंचकर बांगलादेश की 2 दिनों की यात्रा शुरू की।मंगलवार की रात को उन्होंने बांगलादेश की प्रधान मंत्री से वार्ता में आर्थिक सहयोग और आतंकविरोध में संयुक्त प्रयास जैसे मुद्दों पर विचार-विमर्श किया।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने मंगलवार की रात को मीडिया को सूचित किया कि मनमोहन सिंह ने ढाका पहुंचने के तुरंत बाद बांगलादेश की प्रधान मंत्री सुश्री शेख खसिना से वार्ता की।दोनों प्रधान मंत्रियों ने आर्थिक सहयोग,आतंकविरोध,सीमा-प्रबंधन और जल-संसाधन के साझे उपभोग आदि मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया।वार्ता के बाद दोनों ने आर्थिक सहयोग को मजूबत करने के ढांचागत समझौते,सीमा के प्रबंधन को सुदृ़ढ करने के इच्छानामे और भारत के द्वारा बांगलादेश और नेपाल को सीमा-पारगमन की सुविधा मुहैया कराये जाने के बारे में दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए।इसके अलावा दोनों देशों के बीच मछुवागिरी,शिक्षा व टी.वी के क्षेत्रों में सहयोग संबंधी समझदारी-ज्ञापन पर भी दस्तखत हुए।मनमोहन सिंह ने वार्ता में वचन दिया कि भारत-बांगलादेश व्यापार में असंतुलन के हल के लिए कदम उठाया जाएगा।उन्होंने यह भी कहा कि भारत बांगलादेश की टेक्सटाइल वस्तुओं को कर से और ज्यादा मुक्त करेगा।
पिछले 12 सालों में भारत के किसी प्रधान मंत्री की यह प्रथम बांगलादेश-यात्रा है।भारत और बांगलादेश के बीच जन-संसाधन के बंटवारे और अन्य कई अनसुलझी समस्याओं पर विवाद मौजूद है।उम्मीद है कि मनमोहन सिंह की चालू यात्रा से इन समस्याओं के समाधान में कुछ मदद मिलेगी।