श्वेत पत्र का कहना है कि चीन अनेक बार पूरी दुनिया के सामने ऐलान कर चुका है कि वह शांतिपूर्ण विकास के पथ पर कायम रहेगा,अपने का शांतिपूर्ण विकास करने के साथ-साथ विश्व शांति को बनाए रखने में भी जुटा रहेगा और विभिन्न देशों के समान विकास व समृद्धि को बढावा देने में सक्रिय रहेगा।21वीं सदी के दूसरे दशक के शुरू में और चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना की 90वीं वर्षकांठ के उपलक्ष्य में चीन ने एक बार फिर दुनिया के समक्ष घोषणा की है कि शांतिपूर्ण विकास चीन में आधुनिकीकरण और खुशहाली को प्राप्त करने और विश्व सभ्यता व प्रगति में योगदान करने के लिए चीन का रणनीतिक विकल्प है।चीन इस राह पर कायम रहेगा।
श्वेत पत्र में कहा गया है कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के एक सदस्य के नाते चीन शांतिपूर्ण विकास से मेल खाने वाले अंतर्राष्ट्रीय संबंधों से जुड़े विचारों एवं निम्न वैदेशिक नीतियों पर डटा रहेगा कि सामंजस्यपूर्ण विश्व के निर्माण को बढ़ावा दिया जाए,स्वतंत्र व शांतिपूर्ण विदेश नीति का क्रियान्वयन किया जाए,सुरक्षा हेतु आपसी विश्वास,आपसी लाभ,समानता और सहयोग की नई अवधारणा का समर्थन किया जाए,अंतर्राष्ट्रीय जिम्मेदारियों के बारे में सकारात्मक एवं होनहार रवैया अपनाया जाए और क्षेत्रीय सहयोग के लिए अच्छे पड़ोसियों जैसी मैत्री का विचार रखा जाए।
यह श्वेत पत्र 5 खंडों में बंटा है और कोई 13 हजरा शब्दों का है।उसमें चीन द्वारा शांतिपूर्ण विकास का रास्ता अपनाने के कारणों,चीन में शांतिपूर्ण विकास के आम लक्ष्य,शांतिपूर्ण विकास के लिए चीन की विदेश-नीति और चीन में शांतिपूर्ण विकास के वैश्विक महत्व पर प्रकाश डाला गया है।