वर्ष 2011 से 2015 तक तिब्बत में पारिस्थितिकी संरक्षण के बैरियर की गारंटी व निर्माण पर ज़ोर दिया जा रहा है। योजनानुसार 2015 तक तिब्बत में गंभीर रूप से प्रभावित 30 प्रतिशत चरागाहों की स्थिति में सुधार होगा और नदियों के स्रोत, झील व आर्द्रभूमि को नष्ट होने से बचाया जाएगा, ताकि पारिस्थितिकी पर्यावरण और अर्थव्यवस्था व समाज संतुलित रूप से विकसित हो सके।
गौरतलब है कि फरवरी 2009 में चीनी राज्य परिषद ने "तिब्बत में पारिस्थितिकी संरक्षण बैरियर की गारंटी व निर्माण परियोजना" पारित की, जो देश की प्रमुख पारिस्थितिकी परियोजना बनी। इस परियोजाना को वर्ष 2008 से 2030 तक अमल में लाया जाएगा और इसमें कुल 15 अरब 50 करोड़ युआन का निवेश होगा।
परियोजना लागू होने के बाद से पूरे तिब्बत में अधिकांश वनों, नदियों, तालाबों, घास के मैदानों, दलदलों, बर्फ़ीले पर्वतों, जंगली जानवरों व वनस्पतियों का बेहतर संरक्षण किया जा सकेगा।
(ललिता)