लीबियाई राष्ट्रीय अंतरिम परिषद के वार्ताकार अब्दुल्ला कैंसील ने 4 सितम्बर को घोषणा की कि त्रिपोली से 100 किलोमीटर से अधिक दूर दक्षिण-पूर्व में स्थित बनी वालिद नगर में विपक्षी सशस्त्र बल और गद्दाफ़ी की बची-खुची सैन्य टुकड़ियों के बीच वार्ता विफल रही।
विपक्षी सशस्त्र बल बनी वालिद नगर पर कब्जा करने के लिए तुरंत धावा बोलेंगे या नहीं,इस सवाल के जवाब में कैंसील ने कहा कि इस का निर्णय विपक्षी सैन्य नेता लेंगे।
लीबियाई राष्ट्रीय अंतरिम परिषद के अध्यक्ष मुस्ताफ़ा अब्देल जलील ने तीसरी सितम्बर को बांगाज़ी में कहा था कि विपक्ष चाहता है कि सोल्ट आदि नगरों में गद्दाफ़ी के बचे हुए सैनिक 10 सितम्बर से पूर्व हथियार डालें।उन का कहना था कि ऐसा न करने वाले नष्ट किए जाएंगे।लेकिन बनी वालिद के पास तैनात विपक्ष के किसी अधिकारी ने कहा कि इसी नगर में गद्दाफ़ी के समर्थक सैनिकों के आत्मसमर्पण के लिए जो समयसीमा तय की गई है,वह 4 सितम्बर तक पूरी होनी है।
बनी वालिद,सोल्ट और सेब्हा लीबिया में वे ईने-गिने नगर है,जिनपर अब भी गद्दाफ़ी समर्थकों का नियंत्रण है।इस समय विपक्षी सशस्त्र बल इन नगरों की तरफ कूच रहे हैं और उन पर अंतिम हमला करने वाले हैं।
लीबिया की परिस्थिति पर अल्जीरिया के प्रधान मंत्री ने 4 सितम्बर को आशा प्रकट की कि लीबिया में सुरक्षा व स्थिरता जल्द ही बहाल हो जाए,जिससे कि अल्जीरिया के उसके साथ संबंध फिर से अच्छे हो सके।रिपोर्टों के मुताबिक गद्दाफ़ी प्रशासन के अनेक सैन्य अफसरों और खुफ़िया विभाग के कई अधिकारियों ने हाल ही में सीमा पार कर अल्जीरिया जाने की कोशिश की,लेकिन अल्जीरिया ने उन्हें स्वीकार करने से इन्कार कर दिया।
उधर रूस और ब्राजील दोनों देशों के विदेश मंत्रियों ने रविवार को लीबियाई मुठभेड़ में लिप्त विभिन्न पक्षों से लड़ाई बन्द करने की अपील की,ताकि और भी आम लोग हताहत होने से बच सके।ब्राजील ने संबंधित पक्षों से भी अपील की कि वे अंतर्राष्ट्रीय कानूनों का कड़ाई से पालन करते हुए सुरक्षा परिषद की अंतर्राष्ट्रीय विवादों के समाधान में नेतृत्वकारी भूमिका को बनाए रखने व मजबूत बनाने का प्रयास करेंगे।ब्राजील ने यह भी कहा कि वह लीबियाई मुठभेड़ के हल को बढावा देने के लिए अन्य ब्रिक देशो के साथ मिलकर कोशिशों में समंवय बिठाता रहेगा।