सीरिया में सरकार विरोधी प्रदर्शन जारी रहे हैं।कई इलाकों में सशस्त्र तत्वों और पुलिस के बीच फायरिंग भी हुई,जिसमें अनेक लोग हताहत हुए।उधर यूरोपीय संघ ने सीरियाई तेल के परिवहन पर रोक लगाने का ऐलान किया।
इधर के दिनों में सीरियाई सेना ने देश के दंगे से प्रभावित सभी शहरों व कस्बों में सफाया- अभियान चलाया,जिससे विरोध-प्रदर्शन का पैमाना साफ तौर पर कम हो गया है।सीरिया के अनेक प्रांतों व शहरों में गत दूसरी सितम्बर को हुए प्रदर्शनों के दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच भिड़ंतें हुईं,जिनमें कोई 20 व्यक्तियों की जानें चली गईं।कुछ विपक्षी लोगों ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से हस्तक्षेप करने या पर्यवेक्षक भेजने की अपील की,ताकि प्रदर्शनकारियों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
यूरोपीय आयोग ने दूसरी सितम्बर को अपने एक वक्तव्य में कहा कि यूरोपीय संघ सीरियाई तेल के परिवहन पर रोक लगाने का जो निर्णय लिया,उस में सीरिया से कच्चे तेल व तेल-उत्पादों के आयात पर ही नहीं,बल्कि सीरिया को तेल के निर्यात संबंधी वित्त व बीमा पर भी प्रतिबंध शामिल है।यूरोपीय देशों की ओर से यह सीरिया के तेल-उद्योग पर लगा पहला प्रतिबंध है।यूरोपीय संघ को उम्मीद है कि इस प्रतिबंध से सीरियाई प्रशासन को मिलने वाली पूंजी का स्रांत सीमित रहेगी।