जलील ने कहा कि विपक्ष चाहता है कि सोल्ट,बनी वालिद,जुफ़ला और सेब्हा जैसे 4 शहरों में गद्दाफ़ी के बचे हुए सैनिक 10 सितम्ब से पूर्व हथियार डालें।जलील का कहना है कि आत्मसमर्पण न करने वाले नष्ट किए जाएंगे।
इस के साथ विपक्ष देश का राजनीतिक तंत्र बनाने में भी तेजी ला रहा है।उसने संक्रमणकाल का कोई 20 महीनों तक प्रभावी होने वाला रुडमैप तैयार किया है,जिसमें 8 महीनों के भीतर नये संविधान का प्रारूप बनाने वाली समिति की स्थापना और 20 महीनों के भीतर नए राजनेताओं के चयन आदि विषय शामिल है।
लीबिया की परिस्थिति पर अल्जीरिया के प्रधान मंत्री ने 4 सितम्बर को आशा प्रकट की कि लीबिया में सुरक्षा व स्थिरता जल्द ही बहाल हो जाए,जिससे कि अल्जीरिया के उसके साथ संबंध फिर से अच्छे हो सके।रिपोर्टों के मुताबिक गद्दाफ़ी प्रशासन के अनेक सैन्य अफसरों और खुफ़िया विभाग के कई अधिकारियों ने हाल ही में सीमा पार कर अल्जीरिया जाने की कोशिश की,लेकिन अल्जीरिया ने उन्हें स्वीकार करने से इन्कार कर दिया।
उधर रूस और ब्राजील दोनों देशों के विदेश मंत्रियों ने रविवार को लीबियाई मुठभेड़ में लिप्त विभिन्न पक्षों से लड़ाई बन्द करने की अपील की,ताकि और भी आम लोग हताहत होने से बच सके।ब्राजील ने संबंधित पक्षों से भी अपील की कि वे अंतर्राष्ट्रीय कानूनों का कड़ाई से पालन करते हुए सुरक्षा परिषद की अंतर्राष्ट्रीय विवादों के समाधान में नेतृत्वकारी भूमिका को बनाए रखने व मजबूत बनाने का प्रयास करेंगे।ब्राजील ने यह भी कहा कि वह लीबियाई मुठभेड़ के हल को बढावा देने के लिए अन्य ब्रिक देशो के साथ मिलकर कोशिशों में समंवय बिठाता रहेगा।