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चीन के विभिन्न क्षेत्रों के मुसलमान लोग ईद उल फितर की खुशियों में
2011-08-31 16:50:06

दोस्तो , आज यानी 31 अगस्त को महत्वपूर्ण मुसलिम उत्सव ईद उल फितर का दिन है । हर वर्ष के ईद उल फितर दिवस के उपलक्ष में चीन के विभिन्न क्षेत्रों में बसे मुसलमान लोग विविधतापूर्ण तौर तरीकों के जरिये इस शानदार दिवस की खुशियों में नमाज पढ़ने मस्जिद जाते हैं , स्वादिष्ट केक , मिठाई खरीद लेते हैं या ईदी लिये रिश्तेदारों के घर जाते हैं , चारों तरफ उल्लासपूर्ण वातावरण व्याप्त रहा है । 

ईद उल फितर मुसलिम धर्म के तीन महत्वपूर्ण त्यौहारों में से एक माना जाता है । मुसलिम परम्परा के अनुसार हर वर्ष सितम्बर को रमजान का महीना होता है , जबकि अक्तूबर के शुरु में ईद उल फितर उत्सव मनाया जाता है ।

ईद उल फितर के दिन मुसलमान जल्द ही उठकर नमाज पढ़ने मस्जिद जाते हैं । आज सुबह कुरान की भारी आवाज में हजारों मुसलमान ईद उल फितर की खुशियों में पेइचिंग के सब से बड़े व पुराने न्यू च्चे मस्जिद में एकत्र हुए । जब दस बजे ईमाम ने खुशियां मनाने की रस्म शुरु होने की घोषणा की , तो तमाम उपस्थित लोग स्वेच्छा से सुव्यवस्थित लाइनों में घुटना टेक कर नमाज पढ़ने लगे । नमाज पढ़ने के बाद लोगों ने ईमाम को अभिवादन किया , फिर एक दूसरे को मुबारकबाद दिया । जबकि मस्जिद के बाहर और रौनकदार नजारा नजर आ रहा है । न्यूच्ये सड़क के दोनों किनारों पर चहल पहल दिखाई देती है , मुसलमान लोग सुसज्जित मंडपों के सामने अपने पसंदीदा माल व पकवान खरीदने में होड़ सी लगा देते हैं । अन्य बहुत ज्यादा मुसलमान लोग फैशनेबुल पोषाक पहनकर मस्जिद के गेट फोटो खिंचवाते हुए दिखाई देते हैं।

मा हुंग छ्वान नामी बुजुर्ग पेइचिंग की न्यू च्ये सड़क में रहने वाले मुसलमान हैं । उन्होंने हमारे संवाददाता के साथ बातचीत में कहा कि वे हर वर्ष यहां पर ईद उल फितर की खुशियां मनाने वाली गतिविधि में भाग लेते हैं , इस बार वे अपनी बेटी व नातिन के साथ यहां आये हैं ।

उन का कहना है कि यह हमारा परम्परागत दिवस है , इस की खुशियों में मैं अवश्य ही आता हूं , इतना ही नहीं , इस बार मैं अपनी बेटी व नातिन के साथ आया हूं , ताकि वे भी इस त्यौहार के उल्लापूर्ण वातावरण को महसूस कर सके , असल में यह सीखने का मौका भी है , कुछ महत्वपूर्ण जानकारी जानना उन के लिये जरूरी है और कुछ श्रेष्ठ परम्पराओं का विरासत में ग्रहण करना भी आवश्यक है ।

चीन में हुई जाति , वेवुर जाति और कजाक जाति समेत अनेक अल्पसंख्यक जातियां मुसलिम धर्म पर विश्वास करती हैं , उन की कुल संख्या दो करोड़ से अधिक है , वे मुख्यतः चीन के सिनच्यांग , कानसू , निंगशा और छिगहाई क्षेत्रों में बसे हुए हैं । आज सिनच्यांग के विभिन्न क्षेत्रों में एक करोड़ दस लाख से अधिक मुसलमान लोग भी ईद उल फितर की खुशियों में डूबे हुए हैं । दो दिन की छुट्टियों में वे नाना प्रकार वाले तौर तरीकों के जरिये इस दिवस की खुशियों में मग्न हैं ।

सिनच्यांग वेवुर स्वायत्त प्रदेश की राजधानी उरुमची के अल्मान सुपर बाजार में सौ से ज्यादा किस्मों वाले केकों की महक ग्रहकों को आकर्षित कर लेती है , रंगबिरंगी मिठाइयां आकर्षण का केंद्र भी है , काफी ज्यादा मुसलमान लोग ये चीजें खरीदने कब से यहां आ पहुंचे हैं । अल्मान सुपर बाजार ने ईद उल फितर मनाने के लिये एक माह से पहले ही तैयारी का काम शुरु कर दिया । कुल बीस हजार किस्मों वाले तिजारती मालों में करीब 15 हजार किस्मों वाले खाद्य पदार्थ शामिल हुए हैं , जिस से स्थानीय जातियों की मांग पूरी हो गयी है । इस सुपर बाजार के जिम्मेदार व्यक्ति अलसलान ने परिचय देते हुए कहा इस वर्ष जातीय विशेषता वाले केकों की किस्में गत वर्ष के रोजा से काफी अधिक विविधापूर्ण हैं , मसलन सानची नामक स्थानीय पकवान व मिठाइयां हररोज बड़ी तादाद में बनायी जाती हैं , दाम ज्यादा महंगा भी नहीं है , ताकि सब लोग रोजा की खुशियां धूमधाम से मना सकें ।

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