इस के साथ ही युद्ध के कारण त्रिपोली के बहुत से क्षेत्रों में बिजली व पानी की सप्लाई बंद हो गयी है, खाद्य पदार्थों और तेल के दाम तेजी से बढ़े हैं और सफाई की स्थिति खराब हुई है।इस सब का आम लोगों के सामान्य जीवन पर कुप्रभाव पड़ा है।
लीबियाई विपक्षी दल की राष्ट्रीय संक्रमणकालीन समिति के प्रवक्ता शामाम ने 27 तारीख को कहा कि राष्ट्रीय संक्रमणकालीन समिति राजधानी में रोजमर्रा के जीवन के लिए जरूरी बुनियादी वस्तुओं की सप्लाई बहाल कर रही है। उसी दिन से समिति नागरिकों को 30 हजार टन तेल देगी और 48 घंटों के भीतर प्राकृतिक गैस देगा और जल्द से जल्द पानी की सप्लाई पुनःशुरू करेगी।
राष्ट्रीय संक्रमणकालीन समिति के अध्यक्ष चाल्लिल ने उसी दिन अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से लीबिया को अधिक सहायता देने की अपील की। उन का कहना है कि देश की स्थिरता की रक्षा न करने की स्थिति में राष्ट्रीय संक्रमणकालीन समिति अरब या ईस्लामिक देशों की पुलिस शक्ति की सहायता की मांग संभवतः करेगी, लेकिन वर्तमान में लीबिया में विदेशी सुरक्षा सेना नहीं है।
27 तारीख को दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जूमा ने कहा कि अफ़्रीका संघ की आशा है कि लीबिया में स्थिरता साकार होगी। लीबिया में विभिन्न शक्तियों को यथाशीघ्र शांति वार्ता करनी चाहिए और सहनशील सरकार बनानी चाहिए। ईस्लामिक संभा संस्था के विदेश मंत्री परिषद के अध्यक्ष देश-कजाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक वक्तव्य जारी करते हुए ईस्लामिक संभा संस्था के सदस्य देशों से लीबिया को स्थिरता की पुनःस्थापना में मदद देने की अपील की, ताकि मानवीय विपदा का खात्मा हो सके। (होवेइ)