चीन द्वारा शांतिपूर्ण विकास के रास्ते पर चलना अंतर्राष्ट्रीय कानून का सम्मान व रक्षा करने की यथार्थ कार्यवाही है।चीनी स्टेट कांसुलर देई पींगक्वो ने 27 अगस्त को पेइचिंग में आयोजित एशियाई अंतर्राष्ट्रीय कानून संघ के तीसरे वार्षिक सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में भाग लेते समय उक्त बात कही थी।
उन्होंने कहा कि एशिया ने अंतर्राष्ट्रीय कानून के विकास व परिपूर्ण के लिए विशेष योगदान प्रदान किया है, जिस में शांतिपूर्ण सहअस्तित्व के पांच सिद्धांत तथा बांडो सम्मेलन के दस सिद्धांत आदि शामिल हैं।
देई पींगक्वो ने जोर दिया कि रूपांतरण व खुलेपन की नीति के लागू होने के पिछले 30 से ज़्यादा सालों में चीन हमेशा ही शांतिपूर्ण विकास के रास्ते पर चलता रहता है। चीन एशिया के विभिन्न देशों के साथ मिलकर एशिया व अंतर्राष्ट्रीय कानून के बड़े विकास को आगे बढ़ाएगा, ताकि अंतर्राष्ट्रीय कानूनी सभ्यता समेत सभी मनुष्य सभ्यता के लिए और बड़ा योगदान प्रदान करेगा।
ध्यान रहे, एशियाई अंतर्राष्ट्रीय कानून संघ की स्थापना 2007 में हुई, जो एशिया में प्रथम क्षेत्रीय अंतर्राष्ट्रीय कानून संघ है। इस वर्ष प्रथम बार चीन में वार्षिक सम्मेलन का आयोजन हुआ है।
(श्याओयांग)