अमेरिका द्वारा हाल में घोषित 2011 में चीन की सैन्य व सुरक्षा स्थिति की विकास रिपोर्ट में चीन के सामान्य राष्ट्रीय रक्षा व सेना के निर्माण की आलोचना की गई और कहा गया है कि चीन की मुख्य भूमि थाईवान के लिए सैन्य खतरा है। साथ ही में चीन की अंतरिक्ष व नेटवर्क सुरक्षा नीति पर भी अनुचित सवाल उठाए गए हैं। इन सभी बातों पर चीनी रक्षा मंत्रालय ने 26 अगस्त को भारी असंतोष जताते हुए कड़ा विरोध किया। साथ ही इस मामले को अमेरिका के सामने गंभीरता से उठाया है।
चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता यांग यू च्यन ने कहा कि चीन हमेशा से शांतिपूर्ण विकास के मार्ग पर चल रहा है और मजबूती से एक रक्षात्मक राष्ट्रीय रक्षा नीति अपनाता है। चीन के राष्ट्रीय रक्षा व सेना का निर्माण राष्ट्रीय प्रभुसत्ता व प्रादेशिक अखंडता की रक्षा और आर्थिक व सामाजिक का बेरोकटोक विकास के लिए है, किसी देश के खिलाफ़ नहीं है। अमेरिका द्वारा घोषित इस रिपोर्ट में तथ्यों को गलत तरीके से पेश किया गया है।
साथ ही में यांग यू च्यन ने कहा कि चीन हमेशा से चीन-अमेरिका दोनों सेनाओं के बीच संबंधों के विकास को महत्व देता है और इस दिशा में कोशिश भी कर रहा है। अमेरिका द्वारा घोषित यह रिपोर्ट दोनों देशों के प्रमुखों द्वारा प्राप्त आपसी सम्मान व आपसी लाभदायक चीन-अमेरिका सहयोगी भागीदारी संबंधों की महत्वपूर्ण सहमति के खिलाफ है, दोनों सेनाओं के संबंधों के विकास की सकारात्मक प्रवृत्ति का भी विरोध है, और थाइवान जलडमरूमध्य के दोनों तटों के बीच संबंधों के शांतिपूर्ण विकास की बेहतरीन स्थिति का विरोध है।
यांग यू च्यन ने जोर देते हुए कहा कि चीन ने अमेरिका से वस्तुगत व निष्पक्ष रूप से चीन की सेना के विकास के साथ बर्ताव करने का आग्रह किया है।
(नीलम)