वैश्विक अर्थव्यवस्था के दूसरी बार न्यूनतम स्तर तक गिरने की आशंका पैदा हो रही है। यूरोप में ऋण संकट और बेरोजगारी के मुद्दे पर कई सरकारों द्वारा की गयी अनदेखी जोखिम के दो प्रमुख स्रोत हैं। नोबेल पुरस्कार विजेता, अमेरिकी अर्थशास्त्री पीटर ड्यामंड ने 24 अगस्त को यह बात कही।
उन्होंने कहा कि अमेरिका और कई यूरोपीय देश वित्तीय सिकुड़न नीति पर विचार कर रहे हैं। अगर प्रमुख पश्चिमी आर्थिक शक्ति अत्यधिक वित्तीय सिकुड़न नीति अपनाते हैं, तो इसका प्रभाव निर्यात आदि के ज़रिए अन्य देशों में भी पड़ेगा।
यूरोपीय ऋण संकट की चर्चा में उन्होंने कहा कि यूरो क्षेत्र में आर्थिक स्थिति गंभीर है। निर्णय निर्माताओं को सावधान होना चाहिए कि दीर्घकालीन व अल्पकालिक नीतियों में संतुलन मजबूत करें। रोजगार संकट के बारे में उन्होंने कहा कि अमेरिकी श्रम बाजार में प्रमुख सवाल मांग की कमी है।
(ललिता)