हाल ही में चीनी केन्द्रीय सरकार ने देश के सभी प्रांतों को सीमापार व्यापार में चीनी मुद्रा रनमिनबी में लेखाजोखा करने की अनुमति दी है। विशेषज्ञों के शब्दों में इस नीति से चीनी कारोबारों की मांग पूरी की गयी है और व्यापार व निवेश को और अधिक सुविधापूर्ण कर दिया गया है। इस के अलावा चीनी मुद्रा रनमिनबी के अन्तरराष्ट्रीयकरण के लिए वह हितकारी सिद्ध होगी।
हाल ही में चीनी केन्द्रीय बैंक और चीनी वित्त मंत्रालय ने संयुक्त रूप से सीमापार व्यापार में रनमिनबी में सेट्ले एकाउन्ट करने की अनुमति प्राप्त इलाकों के विस्तार के बारे में सूचना जारी की, इसमें यह स्पष्ट कर दिया गया है कि तिब्बत स्वायत्त प्रदेश और सिनच्यांग वेवूर स्वायत्त प्रदेश समेत देश के मध्य व पश्चिम भाग के सभी प्रांतों व प्रदेशों के कारोबारों को सीमापार व्यापार में रनमिनबी में लेखाजोखा करने की अनुमति प्राप्त हुई है, इस तरह देश के तमाम प्रांतों व प्रदेशों को सीमापार व्यापार में रनमिनबी में एकाउन्ट करने की सुविधा प्राप्त हो गयी है। इस पर चीनी जन विश्वविद्यालय के वित्त व बैंकिंग प्रतिष्ठान के उप प्राचार्य चो शिचुन ने कहा कि इस कदम से चीनी व विदेशी कारोबारों की मांग पूरी करके व्यापार व निवेश को और अधिक सुविधापूर्ण कर दिया गया है। उन का कहना हैः
सर्वप्रथम, इस कदम से कारोबारों को किसी मुद्रा में लेखाजोखा और अदायगी के काम के लिए अधिक विकल्प दिए गए है। चाहे चीनी कारोबार हो, या विदेशों के साझेदार कारोबार, सभी पहले की मुद्रा के अलावा एकाउन्ट के लिए रनमिनबी का इस्तेमाल करने के हकदार बने हैं। दूसरी भलाई है कि वर्तमान में विश्व में अन्य बहुत सी मुद्राएं उतार चढ़ाव की अवस्था में पड़ी हैं ,जबकि चीनी मुद्रा रनमिनबी काफी स्थिर और बेहतरीन स्थिति में है, इसलिए लेखाजोखा में रनमिनबी के इस्तेमाल में कम जोखिम का सामना होगा। तीसरा लाभ है कि वर्तमान में रनमिनबी का मूल्य लगातार बढ़ता जा रहा है, इस से अदायगी में उन्हें फायदा हासिल होगा।
याद रहे, 2009 में चीनी राज्य परिषद ने शांगहाई व क्वांगतुंग प्रांत के क्वांगचो, शनजन, चुहाई और तुंगक्वांग आदि शहरों को सीमापार व्यापार व्यापार में रनमिनबी में सेट्ले एकाउन्ट करने की अनुमति दी, सीमा के बाहर इस काम केलिए हांगकांग, मकाओ और आसियान देशों को चुना गया। वर्ष 2010 में इस प्रयोग में पेइचिंग, भीतरी मंगोलिया, क्वांगसी, हाईनान तथा तिब्बत आदि 18 प्रांत व प्रदेश निश्चित किए गए और सीमा के बाहर हांगकांग, मकाओ और आसियान के आधार पर विश्व के तमाम देश व क्षेत्र जोड़े गए। इसके बाद सीमापार व्यापार में रनमिनबी में लेखाजोखा करने का काम सुव्यवस्थित रूप से चलता रहा और चीनी मुद्रा में अदायगी करने वाले कारोबारों और बैंकों की संख्या भी लगातार बढ़ती गयी, 2010में रनमिनबी में हिसाब किताब की कुल रकम 5 खरब 10 अरब य्वान तक पहुंची।
सीमापार व्यापार में रनमिनबी में लेखाजोखा की व्यवस्था से क्या अधिक चीनी विदेशी कारोबार आकर्षित होंगे, इस की सफलता के लिए रनमिनबी के सुगम प्रचलन तथा निवेश के सुविधाजनक रास्ते की जरूरत है। श्री चो शिचुन ने कहा कि चीन अब मुद्राओं के विनिमय का सरकारी माध्यम कायम कर चुका है और भविष्य में गैर सरकारी रास्ता सुगम करने की कोशिश करेगा। उन्होंने कहाः
चीन सरकार ने संबंधित देशों के साथ मुद्राओं के विनिमय के बारे में समझौते संपन्न किए हैं, चीन इन देशों को चीनी मुद्रा प्रदान कर सकता है और संबंधित देश चीन को अपनी मुद्रा या तीसरे पक्ष की मुद्रा दे सकते हैं, इस तरह मुद्रा विनिमय का सरकारी रास्ता खुल गया है। सरकारी रास्ता खुलने के बाद गैर सरकारी रास्ता खोलने पर ध्यान देना जरूरी है, केवल गैर सरकारी रास्ता खोले जाने के बाद ही संबंधित देशों के कारोबार और व्यापारी अपने हाथ में आने वाले रनमिनबी को फिर से एकाउन्ट में इस्तेमाल कर सकते हैं।
वर्तमान में रनमिनबी का अन्तरराष्ट्रीयकरण स्थिर गति में हो रहा है। इसबार चीन सरकार ने रनमिनबी में सीमापार व्यापार की अदायगी की अनुमति देश के सभी प्रांतों व प्रदेशों को देने का जो कदम उठाया है, उस का यह अर्थ निकला है कि रनमिनबी का अन्तरराष्ट्रीयकरण और आगे बढ़ा है। श्री चो शिचुन ने कहा कि सीमापार व्यापार में रनमिनबी में एकाउन्ट की व्यवस्था के चलते अन्तरराष्ट्रीय बाजार में चीनी मुद्रा रनमिनबी का प्रयोग अधिक होगा और उस का स्थान और ऊंचा होगा। उन्होंने कहाः
सीमापार व्यापार में रनमिनबी में लेखाजोखा की व्यवस्था पूरे देश में कायम होने के बाद अन्तरराष्ट्रीय व्यापार में रनमिनबी का इस्तेमाल करने वाले कारोबारों को फायदा मिलेगा, साथ ही अन्तरराष्ट्रीय व्यापार में रनमिनबी के प्रयोग का पैमाना भी विस्तृत होगा तथा रनमिनबी का महत्व और अधिक बढेगा।