रोलैंड लाविए ने कहा कि यद्यपि इधर के दिनों में लीबिया के विपक्षी सशस्त्र बल ने बड़ी तरक्की की है, लेकिन लीबिया की स्थिति जटिल बनी रही है।नाटो वहां के घटनाक्रम पर बड़ा ध्यान दे रहा है।
उसी दिन नाटो के प्रवक्ता औना लुंगेसखु ने मीडिया के सामने कहा कि गद्दाफी शासन का पतन होने के बाद नाटो लीबिया को थल सेना नहीं भेजेगा,लेकिन लीबिया के अनुरोध पर कुछ मदद देगा।
उधर संयुक्त राष्ट्र महासचिव के प्रवक्ता ने 23 तारीख को कहा कि संयुक्ता राष्ट्र 26 तारीख को लीबियाई मुद्दे पर आपत सम्मेलन आयोजित करेगा, जिसमें यह विचार-विमर्श किया जाएगा कि मुठभेड़ के बाद लीबिया में अंतर्राष्ट्रीय समुदास कैसे संयुक्त रूप से काम कर सके।
(देव)