चीन सरकार ने वर्ष 1978 से अब तक तिब्बती सांस्कृतिक विरासतों, ऐतिहासिक स्थलों व अवशेषों के संरक्षण व रखरखाव में 1 अरब 45 करोड़ युआन की पूंजी लगाई है। चीनी राष्ट्रीय सांस्कृतिक विरासत ब्यूरो के प्रमुख शान जीश्यांग ने हाल में ल्हासा में आयोजित एक मंच में यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि चीनी सांस्कृतिक विरासत संरक्षण कार्य के इतिहास में तिब्बती सांस्कृतिक विरासतों के संरक्षण को सबसे अधिक महत्व दिया गया, साथ ही इसमें सबसे अधिक पूंजी भी लगाई गई।
पिछली शताब्दी के अस्सी वाले दशक से अंत तक चीन सरकार ने कई बार पोताला मेहल, जोखांग मठ, जोशलुनबू मठ समेत कई ऐतिहासिक स्थलों की मरम्मत की। वर्तमान में संरक्षण से संबंधित कार्य पूरे हो चुके हैं।
(दिनेश)