चीनी राज्य परिषद के प्रेस कार्यालय द्वारा आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने यह भी कहा कि इस साल के शुरू से विभिन्न देशों में आर्थिक वृद्धि की शक्ति कम होती गई है और ऋण-संकट का खतरा तथा मुद्रास्फीति का दबाव भी बढता जा रहा है।ऐसे में दुनिया में आर्थिक पुनरुद्धान की रफतार धीमी पड गई है,जिसका चीन के आयात-निर्यात के कार्य पर भी असर पड़ा है।चीनी वाणिज्य मंत्रालय वैदेशिक नीति की स्थिरता को बनाए रखने के साथ-साथ अघिक लचीलेपन भी अपनाएगा और आयात-निर्यात का विकास करने के तौर-तरीके को बदलने में तेजी लाएगा,जिससे कि देश में आयात-निर्यात का आगे भी सतत,स्थिर व स्वस्थ विकास हो सके।
इस साल के पहले सात महीनों में चीन के निर्यात-आयात में अनुकूल संतुलन की संख्या 76 अरब 21 करोड़ डॉलर पहुंची, जिस में पिछले साल की समयावधि की तुलना में 8.7 प्रतिशत की कमी आई है । आयात में वृद्धि निर्यात से अधिक थी। इसलिये ज्यां याओ पिंग ने कहा कि घरेलू मांग का विस्तार करने, आयात बढ़ाने और अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में ज़्यादातर माल की कीमतों में वृद्धि होने की वजह से चीन में आयात में वृद्धि निर्यात से अधिक होगी। व्यापार संतुलन की स्थितियों में और भी सुधार किया जाएगा। (रमेश)