एशिया-यूरोप सम्मेलन की व्यवस्था के तले वैज्ञानिक व तकनीकी सहयोग के लिए पहली तात्विक संस्था—एशिया-यूरोप जल संसाधन अनुसंधान व प्रयोग केंद्र 22 तारीख को दक्षिणी चीन के हूनान प्रांत में कायम किया गया है।अपनी स्थापना के बाद पिछले 16 वर्षों में एशिया-यूरोप सम्मेलन की यह चीन में अपने तरह की पहली संस्था है।
एशिया-यूरोप सम्मेलन के जर्मनी और लाओस समेत 18 सदस्य देशों के सरकारी पदाधिकारियों और चीनी प्रतिनिधि ने इस केंद्र की स्थापना संबंधी समारोह में भाग लिया।हूनान प्रांत के महापौर श्वी शो-शंग ने कहा कि एशिया-यूरोप सहयोग में चीन की भागीदारी में यह संस्था रणनीतिक तौर पर निर्देशक भूमिका अदा कर सकती है और एशिया व यूरोप दोनों को ऐसा एक मंच प्रदान करेगी,जिसके जरिए एशिया और यूरोप के बीच वैश्विक जल संसाधन की रक्षा व सतत प्रयोग तथा वैज्ञानिक तकनीकी सहयोग पर आदान-प्रदान हो सके।
एशिया-यूरोप सम्मेलन के अब 48 सदस्य देश हैं।हर दो वर्षों में एक बार होने वाला यह सम्मेलन एशिया व यूरोप के बीच सर्वोच्च स्तर की नियमित वार्तालाप वाली व्यवस्था है और सर्वोच्च स्तर का सब से बड़ा सरकारी मंच भी है।