चीन में तुनह्वांग के सास्कृतिक अवशेषों को डिजिटलीकृत बनाने का काम तेजी से चल रहा है।तुनह्वांग अनुसंधान-प्रतिष्ठान तुनह्वांग के मकाओ गुफ़ा-समूह की 492 गुफ़ाओं के भित्ति-चित्रों की डिजिटल तकनीक से फाइलें बनाने में जुटा हुआ है।
इधर के वर्षों में तुनह्लांग अनुसंधान-प्रतिष्ठान ने देश की दूसरी संबद्ध संस्थाओं और विदेशी शोध-संस्थाओँ के साथ मिलकर तुनह्वांग के प्राचीन भित्ति-चित्रों को आधुनिक तकनीकों से अच्छी तरह संरक्षित किया है।इन भित्ति-चित्रों की डिजिटल तकनीक से फाइलें बनाना संरक्षण-काम का एक अंग है।अब तक 20 गुफ़ाओं के भित्ति-चित्रों की डिजिटल फाइनें बन गई हैं।
तुनह्वांग के मकाओ गुफ़ा-समूह की विश्व विरासतों की सूची में गिनती है।वह उत्तरी पश्चिमी चीन के कानसू प्रांत में स्थित है और 1600 साल पुराना है।उस की अब तक सुरक्षित 735 गुफ़ाओं में जो भित्ति-चित्र पाए गए हैं,वे कुलमिलाकर 45 हजार वर्गमीटर विशाल हैं।गुफ़ाओं में 2000 से अधिक रंगीन मूर्तियां भी सुरक्षित हैं।मरुभूमि में स्थित होने के कारण मानव-जाति के इस सांस्कृतिक व कलात्मक धरोहर को भी प्राकृतिक व कृत्रिम नुकसान पहुंच रहा है।