लीबिया में नया युग शुरू हो गया है।लीबियाई विपक्ष की राष्ट्रीय संक्रमणकालीन परिषद के उपाध्यक्ष अब्देल हाफेस घोगा ने 22 तारीख के तड़के अल जजीरा टीवी चैनल को दिए अपने इंटरव्यू में यह बात कही।उनके अनुसार गद्दाफ़ी लीबिया के प्रतीक के रूप में माना जाता था,लेकिन जनता ने उन्हें सत्ता से हटाया है।
लीबियाई विपक्ष की राष्ट्रीय संक्रमणकालीन परिषद के सदस्य अब्दुल्लाह माइहूफ ने सोमवार तड़के कहा कि विपक्ष के सशस्त्र बल का त्रिपोली पर नियंत्रण हो गया है।शहर में गद्दाफ़ी की बची-खुची सैन्य टुकड़ियों का सफाया किया जा रहा है।
अब्दुल्लाह ने दावा किया कि रविवार की रात को विपक्ष के सशस्त्र बल ने मिस्राता,जाविया,
केल्यांग और पश्चिमी पहाड़ी क्षेत्र से त्रिपोली आकर इसपर पूरा कब्जा कर लिया।
अब्दुल्लाह ने बांगाज़ी में यह भी कहा कि 21 तारीख से राष्ट्रीय संक्रमणकालीन परिषद बैठकें बुलाकर नवीनतम सैन्य स्थिति पर विचार-विमर्श करती रही है।उन के अनुसार विपक्ष का सशस्त्र बल पूरे त्रिपोली में गद्दाफ़ी की तलाश कर रहा है।
उन्होंने लीबिया से गद्दाफ़ी के भागने की संभावना से इन्कार कर दिया।
अल-जजीरा टीवी चैनल पर दिखी तस्वीरों से देखा गया है कि त्रिपोली में जन समुदाय शहर के बीचोंबीच ग्रीन क्वायर पर गद्दाफी के बड़े चित्रों को पैरों तले रोंदकर हवा में गोलियां चलाते और गाड़ियों का होर्न बजाते हुए जश्न मना रहे हैं।
लीबियाई विपक्ष की राष्ट्रीय संक्रमणकालीन परिषद के उपाध्यक्ष अब्देल हाफेस घोगा ने कहा कि देश में संक्रमणकाल के दौरान संविधान के अनुसार आम चुनाव का आयोजन होगा।उम्मीद है कि एक बहुपक्षीय,लोकतांत्रिक और नागरिकीकृत देश कायम होगा।कानून-नियमों और न्यायिक स्वतंत्रता का सम्मान करना तमाम लीबियाई लोगों की अभिलाषा भी है।
अन्य एक रिपोर्ट के अनुसार गद्दाफ़ी के सब से बड़े बेटे मोहम्मद गद्दाफी ने विपक्ष के सशस्त्र बल के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है।लीबिया की राष्ट्रीय संक्रमणकालीन परिषद के सदस्य अब्दुल्लाह माइहूफ ने यह बात कही,लेकिन इस के बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दी।
अब्दुल्लाह ने कहा कि मोहम्मद गद्दाफ़ी रविवार की रात आत्मसमपण कर दिया।
इससे पूर्व राष्ट्रीय संक्रमणकालीन परिषद के अध्यक्ष जलील ने अल जजीरा टीवी चैलन पर अपने संक्षिप्त बयान में गद्दाफ़ी के अन्य एक बेटे सेईद गद्दाफ़ी की गिरफ्तारी की पुष्टि की थी और कहा था कि उसे कड़ी सुरक्षा के बीच रखा गया है।