अगला वर्ष चीन व जापान के बीच राजनयिक संबंधों के सामान्यीकरण की 40वीं वर्षगांठ होगी। चीन व जापान को उभय प्रयास करके द्विपक्षीय रणनीतिक संबंधों को आगे विकसित करना चाहिए। यह बात चीनी राज्य परिषद की प्रेस दफ़्तर के प्रधान वांग छन ने 21 अगस्त को पेइचिंग में आयोजित सातवें पेइचिंग-तोक्यो मंच में कही।
वांग छन ने कहा कि पिछले 40 वर्षों में विभिन्न क्षेत्रों के यथार्थ सहयोग के जरिए चीन व जापान ने अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को और न्यायपूर्ण व उचित की दिशा में बढ़ाया है। हाल में चीन व जापान को दोनों देशों के बीच आपसी सम्मान व समझ को निरंतर मज़बूत करके दोनों के समान हितों व कल्याण का निरंतर विस्तार करना और यथार्थ सहयोग को गहरा करना चाहिए। उन्होंने ऊर्जा किफ़ायत, पर्यावरण संरक्षण तथा हरे अर्थतंत्र आदि क्षेत्रों में चीन व जापान के सहयोग को प्रगाढ़ करने का सुझाव भी दिया।
वांग छन ने कहा कि यह अनिर्वार्य है कि विकास की प्रक्रिया में चीन व जापान के संबंध में कुछ न कुछ समस्याएं नज़र आयी हैं। कुंजीभूत बात यह है कि दोनों देशों को विभिन्न क्षेत्रों में पूर्ण रूप से संपर्क करके मुकाबला करने के बजाये वार्तालाप के जरिए समस्या का समाधान करना चाहिए।
(श्याओयांग)