अमेरिका व कोरिया गणराज्य के संयुक्त सैन्याभ्यास से कोरियाई प्रायद्वीप की स्थिति बिगड़ रही है। जनवादी कोरिया के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने 17 अगस्त को यह बात कही।
उन्होंने कहा कि अमेरिका वार्ता की आड़ में जनवादी कोरिया के खिलाफ युद्धाभ्यास कर रहा है। इसलिए जनवादी कोरिया को अमेरिका पर विश्वास नहीं है। असाधारण बात है कि इस बार सैन्याभ्यास में जनवादी कोरिया के परमाणु हथियारों के खिलाफ जांच व नष्ट करने वाले विशेष बल भी शामिल हैं।
उनके मुताबिक जनवादी कोरिया का वार्ता व सलाह-मशविरे से कोरियाई प्रायद्वीप में शांति व नाभिकीय निरस्त्रीकरण कार्यान्वित करने के रुख में बदलाव नहीं आया है। जनवादी कोरिया के खिलाफ जो भी कार्रवाई हो, वह उसका करारा जवाब देगा।
गौरतलब है कि मौजूदा संयुक्त सैन्याभ्यास 26 अगस्त तक जारी रखेगा। कोरिया गणराज्य में आयोजित सैन्याभ्यास में इसी देश के 56 हज़ार सैनिक और अमरीका के 30 हज़ार सैनिक भाग लेंगे।
(दिनेश)