इधर के सालों में चीन की सबसे बड़ी रेतीली भूमि होर्छिन रेत के सुधार में स्पष्ट उपलब्धियां प्राप्त हुईं। 35 साल में मरुस्थलीकरण क्षेत्रफल 1400 वर्ग किलोमीटर कम हुआ।
चीन के भितरी मंगोलिया स्वायत्त प्रदेश में स्थित होर्छिन रेत का कुल क्षेत्रफल 137 हजार वर्ग किलोमीटर है, जिससे मंगोलिया के थोंगल्याओ शहर और ल्याओनिंग प्रांत के फुशीन शहर पर रेतीली तूफान का प्रभाव सबसे बड़ा है।
वर्ष 1978 में चीन सरकार ने चीन के उत्तर-पश्चिमी, उत्तर-पूर्वी और उत्तर आदि क्षेत्रों में बड़े पैमाने वाले रक्षा-वन परियोजना का निर्माण करने का फैसला किया था, जिस का एक मुख्य हिस्सा होर्छिन रेत का सुधार है। रक्षा-वन परियोजना के जरिए इन क्षेत्रों की वृक्षारोपण दर काफी हद तक बढ़ गयी। मिसाल के लिए रेतीली तूफान से ग्रस्त मंगोलिया के थोंगल्याओ शहर की वृक्षारोपण दर वर्ष 1978 की 8.9 प्रतिशत से बढ़कर वर्तमान की 25 प्रतिशत तक पहुंची। (मीनू)