चीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने 9 अगस्त को पेइचिंग में न्यूज ब्रिफींग में देश के अहम सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा के कार्य में प्राप्त प्रगति के बारे में जानकारी दी। जानकारी के मुताबिक वर्ष 2009 से लेकर अब तक चीन में कुल 6 करोड़ से अधिक 15 साल से कम उम्र वाले बच्चों को हेपेटाइटिस बी के टीके लगवाए जा चुके हैं, गांवों में एक करोड़ से ज्यादा साफ सुथरे शौचालय बनाए गए हैं और लाखों किसान घरों में रसोई चूल्हों को सुधारा गया जिस से विषाक्त फ्लोरिन लगने से बचाया जा सकता है।
चीन ने वर्ष 2009 से चिकित्सा व स्वास्थ्य व्यवस्था का सुधार करना शुरू किया, जिस के तहत सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को संपूर्ण रूप से मजबूत करने का फैसला किया गया और अहम सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा योजनाओं व बुनियादी स्वास्थ्य सेवा मुद्दों के जरिए शहरी व देहाती नागरिकों को समान स्वास्थ्य सेवाएं दी जाएगी। योजना में जो 6 अहम सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा मुद्दे शामिल हैं, जिनमें गरीबों को मोतियाबिंद की बीमारी से छुटकारा दिलाना, देहाती महिलाओं के स्तनकैंसर और सेर्विकल कैंसर की जांच, हेपेटाइटिस बी के टीका लगाने और कोयला ईंधन से फ्लोरिन का विष लगने से बचाने तथा गांवों में जल सप्लाई व शौचालय की सुविधा सुधारने के काम शामिल हैं।
9 अगस्त को आयोजित न्यूज ब्रिफींग में चीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के रोग नियंत्रण ब्यूरो की उप निदेशक सुश्री वांग पीन ने परिचय देते हुए कहा कि चीन विश्व में हेपेटाइटिस बी रोग से पीड़ित सब से बड़े देशों में से एक है। इस रोग को वश में लाने के लिए चीन ने 2009 से आयु में 15 साल से कम वाले बच्चों को अतिरिक्त रूप से टीका लगाया जाएगा और अहम सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा मुद्दे के रूप में तीन साल के भीतर इस समूह के सभी लोगों को टीका लगाने का काम पूरा किया जाएगा, जुलाई 2010 के अंत तक देश भर में करीब 6 करोड़ बच्चों को टीके लगाये जा चुके हैं। सुश्री वांग ने कहाः
15 साल से कम उम्र वाले बच्चों को हेपेटाइटिस बी टीके लगाने की योजना लागू होने के बाद देश में हेपेटाइटिस बी पर नियंत्रण करने में बड़ी प्रगति मिली है और टीके लगाने की दर खासा बढ़ गयी और जांच सर्वेक्षण के मुताबिक देश में इस रोग के टीके लगाने की दर 1999 की 70.7 प्रतिशत से बढ़कर 2010 तक 94 प्रतिशत तक पहुंची है।
सुश्री वांग ने यह भी बताया कि वर्षों से टीके लगाने के जरिए चीन में हेपेटाइटिस बी विषाणु संक्रमित होने वालों की संख्या में उल्लेखनीय रूप से गिरावट आयी। वर्ष 1999 से 2112 तक हेपेटाटिस बी के टीके लगाने की अवधि में इस रोग ग्रस्त चीनियों की संख्या में 8 करोड़ कम हुई और बच्चों में हेपेटाइटिस बी विषाणु संक्रमित वालों की संख्या 1 करोड़ 90 लाख कम हुई ।
कोयला ईंधन के कारण फ्लोरिन से विषाक्त रोग चीन में एक विशेष स्थानीय बीमारी है। दक्षिण चीन के दूर दराज पहाड़ी क्षेत्रों व यांगत्सी नदी के दोनों तटों पर बसे देहाती लोगों में सरल चूल्हों के प्रयोग से इस रोग से पीड़ित होने की दर अधिक है। वर्ष2009 से केन्द्रीय सरकार और स्थानीय सरकारों ने कुल 80 करोड़ य्वान की राशि लगाकर हनान, हुनान, हुपेई, युननान, सछ्वान व क्वीचाओ प्रांतों में 15 लाख से ज्यादा किसान घरों में देशी चूल्हों का रूपांतर करने का काम करवाया, जो सुधार के जरूरी कुल चूल्हों के 90 प्रतिशत अधिक है। चूल्हों के सुधार के जरिए इन क्षेत्रों में पर्यावरण का सुधार होने के चलते स्थानीय निवासियों में श्वांस नली रोग के मामलों में भारी गिरावट आयी और फ्लोरिन विष लगने का खतरा बहुत ही कम हो गया।
क्वीचाओ प्रांत में कोयला जलाने से कुल 40 लाख किसान घर फ्लोरिन से विषाक्त होते थे, जो पूरे देश की इस संख्या का आधा भाग बनता है। लोगों को इस रोग से छुटकारा दिलाने के लिए प्रांतीय रोग नियंत्रण केन्द्र ने सार्वजनिक स्वास्थ्य सुधार योजना लागू की और लोगों को रोग की जानकारी देने के साथ साथ चूल्हों के सुधार में पूंजी लगायी। केन्द्र के उपाध्यक्ष आन तुंग ने कहाः
काउंटी के संबंधित विभाग ने स्थानीय जीवन आदत के मुताबिक श्रेष्ठ चूल्हा कंपनी चुनीं और कुल तीन प्रकार के चूल्हा नमूने पेश किए, स्थानीय परिवारों ने अपनी मांग के अनुसार पसंदीदा वाला चुना और सरकार ने खरीदने के लिए उन्हें भत्ता के रूप में पैसे दिए।
इन के अलावा चीन सरकार ने 4 अरब 40 करोड़ य्वान की राशि लगाकर देश भर में 1500 से अधिक जिलों में साफ सुथरे शौचालय का निर्माण करवाया। वर्ष 2011 की जनवरी तक देश भर में कुल 1 करोड़ 80 हजार नए शौचालय बनाए जा चुके हैं।
सूत्रों के अनुसार चीनी स्वास्थ्य मंत्रालय फिलहाल खाद्य सुरक्षा, व्यवसायी रोगों की रोकथाम व उपचार तथा सुरक्षित पेयजल जैसे अहम सार्वजनिक स्वास्थ्य मामलों को 12 वीं पंचवर्षीय योजना के दौरान देश की अहम सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा योजना में शामिल करने पर विचार कर रहा है। रोग नियंत्रण ब्यूरो की उपाध्यक्ष सुश्री वांग पीन ने कहाः
वास्तव में इन स्वास्थ्य मामलों के कुछ काम बुनियादी चिकित्सा व स्वास्थ्य सेवा संस्थाओं में शामिल किये गये है। चीन की 12वीं पंचवर्षीय योजना के दौरान उन्हें अहम सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा में शामिल करने पर विशेषज्ञ विचार कर रहे हैं।