चीन का विमान वाहक जहाज 10 अगस्त को पूर्वी चीन के ताल्यान बन्दरगार से अपने प्रथम समुद्री यात्रा के लिए रवाना हो गया है।
योजनानुसार विमान वाहक जहाज की यह यात्रा लम्बी नहीं होगी।वापस लौटने के बाद इस जहाज की मरम्मत और परीक्षण का काम जारी रखा जाएगा।
चीन का यह विमान वाहक जहाज दरअसल पूर्व सोविय संघ द्वारा निर्मित है,जिसका पुराना नाम वार्याग था।1991 में जब सोवियत संघ का विघटन हुआ था,तब इस जहाज पर निर्माण-कार्य पूरा नहीं था।बाद में उक्रेन ने उसे निहत्था कर लिया और उसमें से इंजन को भी हटाया।इस तरह वह एक खाली ढांचा रह गया।चीन ने उसे खरीदने के बाद योजनाबद्ध रूप से मरम्मत और परीक्षण का काम शुरू किया।