केंद्रिय बैंक ने यह बयान विश्वव्यापी अर्थव्यवस्था में और अमरीकी बाजार में आई तेज गिरावट के बाद दिया।
केंद्रिय बैंक ने कहा कि विश्वव्यापी अर्थव्यवस्था के विकास में चुनौतियाँ मौजूद हैं लेकिन इसका सीमित प्रभाव है।
रिजर्व बैंक ने फोरेक्स रिजर्व के बारे में संकेत देते हुए बताया कि कठिन समय में फोरेक्स रिजर्व की भी मदद ली जाएगी।
29 जुलाई तक भारत के पास 319 बिलियन अमरीकी डॉलर फोरेक्स रिजर्व के रूप में मौजूद है जिसमें 41 बिलियन अमरिकी डॉलर अमरीका के कर्ज बिल के रूप में है।