रूस ने कोरियाई प्रायद्वीप मामले से जुड़े विभिन्न पक्षों से संयम बरतने की अपील की, ताकि कोरियाई प्रायद्वीप में फिर से आमने-सामने की स्थिति पैदा होने से बचा जाए।रूसी विदेश मंत्री सर्के लवरोव ने 8 अगस्त को मॉस्को में यह बात कही।
उस दिन यात्रा पर आए कोरिया गणराज्य के विदेश व व्यापार मंत्री किम सांग ह्वान के साथ वार्ता के बाद लवरोव ने कहा कि कोरियाई प्रायद्वीप के नाभिकीय मामले से संबंधित छह पक्षों को सबसे बड़े हद तक ज़िम्मेदार व दीर्घकालीन विकास की अवधारणा पर कारवाई करनी चाहिये।इस तरह के कदम उठाने से बचना चाहिये,जिससे कोरियाई प्रायद्वीप में फिर से आमने-सामने की स्थिति सामने आये।लवरोव के अनुसार रूस और कोरिया गणराज्य को छह पक्षीय वार्ता पुनःशुरू करने पर सहमति हुई है। ताकि कोरियाई प्रायद्वीप के नाभिकीय मामले का राजनीतिक व कूटनीतिक तरिके से शांतिपूर्ण निपाटारा किया जा सके।इसके अलावा लवरोव ने कहा कि रूस ने जनवादी कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग इल को रूस की यात्रा करने का न्योता दिया।साथ ही रूस निकट भविष्य में जनवादी कोरिया को 50 हज़ार टन अनाज की सहायता करने को तैयार है।
कोरियाई प्रायद्वीप के नाभिकीय मामले से जुड़े छह पक्षीय वार्ता 2 साल से ज़्यादा समय तक स्थगित रही।इस जुलाई से जनवादी कोरिया ने वार्ता को पुनःशुरू करने के लिये कोरिया गणराज्य और अमेरिका आदि पक्षों से संपर्क किया है।1 अगस्त को जनवादी कोरिया के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने प्योंगयांग में कहा कि जनवादी कोरिया बिना किसी शर्त के छह पक्षीय वार्ता में भाग लेगा।(लिली)