अमरीकी राष्ट्रपति बाराक ओबामा ने 8 अगस्त को कहा कि अफगानिस्तान में तैनात नाटो गठबंधन सेना की हेलिकोप्टर-दुर्घटना से वहां अमरीकी सेना का अपना मिशन पूरा करने का संकल्प नहीं हिलेगा।
हाइट हाउस में ओबामा ने अपने एक बयान में कहा कि अमरीकी सेना अफगानिस्तान में अपने सब से कठिन काम को जारी रखेगी,अफगानिस्तान को एक शक्तिशाली सरकार बनाने में मदद देगी और इस कोशिश में रहेगी कि अफगानिस्तान आतंकवादियों का सुरक्षित पोर्ट नहीं बने।
अमरीकी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता डेव लापान ने भी सोमवार को मीडिया से कहा कि हेलिकोप्टर का दुर्घटनाग्रस्त होना मात्र एकांध घटना है,जिससे नहीं कहा जा सकता है कि अफगानिस्तान में युद्ध की स्थिति मोड पर आई है या कहे बदलने वाली है।
5 अगस्त की रात में अफगान सुरक्षा बलों और नाटो गठबंधन सेना के वार्डक प्रांत के सेइदाबाद में तालिबान का सफाया करने वाले एक साझे अभियान में लगी एक हेलिकोप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी,जिसमें 30 अमरीकी सैनिकों समेत 38 लोग मारे गए।