अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा ने 6 अगस्त को अफ़गानिस्तान स्थित नाटो अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा राहत बल की हेलिकोप्टर गिरने की घटना में मृतकों के प्रति शोक व्यक्त किया।
ओबामा ने एक बयान में हेलिकोप्टर गिरने की घटना में मारे गये अमेरिकी सैनिकों के प्रति शोक व्यक्त किया है और उन के परिजनों के प्रति भी संवेदना प्रकट की है। अमेरिकी रक्षामंत्री लियोन पेनेटा ने कहा कि अमेरिकी सेना अफ़गानिस्तान में अपने मिशन को पूरा करेगी।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने अपने प्रवक्ता के जरिए बयान देते हुए नाटो की हेलिकोप्टर गिरने से हुई हताहती पर अफ़सोस व्यक्त किया।
अफ़गान वार्डाक प्रांत के गवर्नर के प्रवक्ता शाहिदुल्लह शाहिद ने 6 अगस्त को कहा कि अफ़गान राष्ट्रीय सुरक्षा बल और अफ़गानिस्तान स्थित नाटो ने 5 अगस्त की रात को वार्डाक प्रांत में तालिबान की पूरी तरह सफ़ाया किया। एक सैन्य हेलिकोप्टर इसी क्षेत्र में गिर गयी। अफ़गान राष्ट्रपति के कार्यालय ने उसी दिन बयान में कहा कि हेलिकोप्टर गिरने से 31 अमेरिकी तथा 7 अफ़गान सैनिकों की मौत हुई। स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार अफ़गान तालिबान ने इस घटना की जिम्मेदारी ली।
ओबामा की सेना हटाने की योजना के अनुसार अमेरिका ने इस साल जुलाई से अफ़गानिस्तान से सेना को हटाना शुरू किया। सुरक्षा का जिम्मा वर्ष 2014 के अंत से पहले अफगानिस्तान को सौंपा जाएगा। (मीनू)