खाड़ी अरब देशों की सहयोग परिषद (जीसीसी) ने 6 अगस्त को सीरिया के विभिन्न घरेलू पक्षों से हिंसा को तुरंत खत्म करने की अपील की, ताकि खूनी मुठभेड़ से बच जाए।
जीसीसी द्वारा जारी एक बयान में सीरिया में दिन ब दिन बिगड़ रही घरेलू स्थिति पर बड़ी चिंता व्यक्त की गई, और निरंतर बढ़ने वाली हिंसा व खूनी मुठभेड़ पर गहरा खेद प्रकट किया गया है। इस बयान में सीरिया सरकार से नागिरकों के अधिकारों व प्रतिष्ठा की रक्षा करने के लिए आवश्यक सुधार करने की अपील की गई।
जीसीसी ने यह भी कहा कि यह संगठन सीरिया में सुरक्षा, शांति व स्थिरता की रक्षा में जुटे रहेगा।
इस साल के मार्च से लेकर सीरिया में निरंतर बड़े पैमाने पर सारकार विरोधी सिलसिलेवार प्रदर्शन हुए। प्रदर्शनकारियों व विपक्ष दल ने सरकार से लोकतंत्र का विस्तार करने और राजनीतिक सुधार को बढ़ावा देने का आग्रह किया। चार महीने तक जारी सरकार विरोधी गतिविधि में प्रदर्शनकारियों व सीरिया की सैन्य पुलिस के बीच हुई मुठभेड़ों से अनेक लोगों की हताहती हुई। सीरिया की घरेलू परिस्थिति बिगड़ती रहती है।
जीसीस की स्थापना 1981 में हुई है, जिसमें सऊदी अरब, कुवैत, संयुक्त अरब अमीरात, कतर, ओमान, बहरीन छह देश शामिल हैं।
(नीलम)