संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने 3 अगस्त को सीरियाई स्थिति के बारे में अध्यक्षीय बयान जारी कर सीरिया सरकार द्वारा मानवाधिकार के उल्लंघन व नागरिकों के खिलाफ बल प्रयोग किए जाने की निंदा की, साथ ही सीरिया के संबंधित पक्षों से संयम बरतते हुए तुरंत हिंसा रोकने का आग्रह भी किया।
बयान में सुरक्षा परिषद ने जोर देते हुए कहा कि सीरियाई अधिकारियों को प्रभावी रूप से लोगों की वैध आकांक्षाओं पर ध्यान देते हुए उन की चिंताओं को दूर करना चाहिये, ताकि जनता को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता व शांतिपूर्ण सभा के आयोजन की स्वतंत्रता आदि मौलिक अधिकार हासिल हो सके।
मार्च के मध्य से सीरिया में सरकार विरोधी प्रदर्शन शुरू हुए और 31 जुलाई को सीरियाई सेना व सुरक्षा बल ने अशांत शहर हामा व एरजुर में सैन्य कार्रवाई करते हुए विद्रोहियों के साथ गोलीबारी की, जिसमें 140 लोग मारे गए। सीरियाई मीडिया के मुताबिक, 3 अगस्त को सीरियाई सेना के कुछ टैंक हामा शहर के केंद्रीय मैदान में पहुंचे।
वहीं रूस ने सीरियाई संबंधित पक्षों से संयम रखते हुए सैन्य कार्रवाई से बचने की अपील की। अमेरिका ने कहा कि वह सीरिया पर अधिक प्रतिबंध लागू करने के बारे में सोच रहा है,जबकि इतालवी विदेश मंत्रालय ने 2 अगस्त को सीरिया स्थित राजदूत को वापस बुलाने की घोषणा की।
अंजली