चीनी मुक्ति सेना की एक टुकड़ी ने तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के लिनची प्रिफैक्चर में तैनात होने के बाद पिछले साठ वर्षों में स्थानीय अति अल्पसंख्यक जातियों के गरीबी उन्मूलन को अपना महत्वपूर्ण कार्यों में एक बनाया, इससे 20 से ज्यादा आदिम गांवों में जीवन खुशहाल हो गया।
गौरतलब है कि लिनची एक बहुजातीय क्षेत्र है, जहां तिब्बती जाति के अलावा, मनबा, लोबा, लीसू, तुलोंग और नाशी आदि दस से ज्यादा जातियों के लोग एक साथ रहते हैं। कम जनसंख्या के कारण कई जातियों के लोग आधुनिक सभ्यता से दूर रहकर आदिम जीवन बिता रहे थे।
चीनी सेना की इस टुकड़ी ने पेयजल, मार्ग, चिकित्सा सेवा और वैज्ञानिक शिक्षा के क्षेत्रों में उक्त अति अल्पसंख्यक जातियों की सहायता की। आंकड़ों के अनुसार पिठले 60 वर्षों में इस टुकड़ी की मदद से आठ सौ तिब्बती बच्चों के स्कूल जाने की समस्या भी हल की, जिनमें 20 से अधिक विद्यार्थियों ने विश्विद्यालय में प्रवेश किया और बाद में सरकारी कर्मचारी बने।
इधर के वर्षों में इस टुकड़ी ने तिब्बत की स्थानीय सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के आधार पर गरीबी उन्मूलन क्षेत्र में वैज्ञानिक व तकनीकी सहायता पर ज़ोर दिया, जिससे अति अल्पसंख्यक जातियों के खुशहाल बनने का रास्ता खुल गया।
(श्याओ थांग)