स्थानीय मीडिया ने बुधवार को कहा कि भारत आर्थिक संकट से ग्रस्त यूरोप को 2 बिलियन अमरीकी डॉलर की आर्थिक मदद देगा।
भारत सरकार ने संसद में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष को 9003 करोड़ रुपए,जो लगभग 2 बिलियन अमरीकी डॉलर के बराबर रकम का ऋण देने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने गत मार्च में ऋण की सीमा बढ़ाकर 500 बिलियन अमरीकी डॉलर कर दी। नवभारत टाईम्स ने अपने रिपोर्ट में यह बात कही।
भारत का यह कदम आश्चर्यजनक है, जबकि 20 साल पहले भारत अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के दरवाजे पर मुद्रा भुगतान संकट के लिए संघर्ष कर रहा था।
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संकट के समाधान में अहम भूमिका निभा सकता है।