पाकिस्तान ने ऊर्जा के क्षेत्र में चीन के साथ सहयोग मज़बूत करने पर ज़ोर दिया है, पाकिस्तान के संघीय जल व बिजली मंत्री सैयद नवीद क़मर ने पेइचिंग स्थित पाक दूतावास में एक संवाददाता सम्मेलन में यह बात कही।
पाकिस्तान में बिजली की कमी का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि दोनों देशों को पनबिजली, नाभिकीय ऊर्जा, तेल व गैस आदि क्षेत्रों में अधिक सहयोग करने की जरूरत है।
क़मर 1 व 2 अगस्त को आयोजित पाक-चीन संयुक्त ऊर्जा कार्य समूह(जेईडब्लूजी) की बैठक की अध्यक्षता के लिए पेइचिंग पहुंचे थे। उन्होंने बैठक के बारे में चर्चा करते हुए अपनी यात्रा को सफल बताया। दोनों पक्षों ने न केवल नीतियों पर चर्चा की, बल्कि कुछ विशेष प्रोजक्टों, पाकिस्तान में काम कर रही चीनी कंपनियों को अधिक मदद देने पर भी विचार किया।
क़मर के मुताबिक, दोनों देश द्विपक्षीय ऊर्जा सहयोग के लिए दीर्घकालिक मीटिंग मैकेनिज़्म को बढ़ावा देने पर भी सहमत हुए, साथ ही पाकिस्तान की नज़र चीनी कंपनियों के और अधिक निवेश करने पर लगी हुई है।
चीनी वाणिज्य मंत्रालय के मुताबिक, वर्ष 2010 के आखिर तक चीनी कंपनियों ने पाकिस्तान के साथ 19.87 अरब डॉलर के अनुबंधों पर हस्ताक्षर किए। वहीं इस दौरान पाक में चीन का प्रत्यक्ष निवेश 1.36 अरब डॉलर रहा, जबकि पाकिस्तान का चीन में निवेश 57.38 मिलयन डॉलर दर्ज किया गया।
(अनिल)