ली फू मिन ने कहा कि वर्तमान में चीनी अर्थव्यवस्था के समक्ष कई चुनौतियां हैं ।विश्व आर्थिक बहाली हो रही है ,पर उस का रूझान कमजोर नजर आ रहा है और अनेक अस्थिर व अनिश्चित तत्व मौजूद हैं ।इसके अलावा घरेलू विकास में असंतुलन ,असामंजस्य व अनिरंतरता जैसे उल्लेखनीय सवाल हैं ।इस सबके बावजूद चीन में स्थिर व तेज आर्थिक विकास बनाए रखने के कई अनुकूल शर्तें व मौके भी हैं ।
उन्होंने कहा कि चीन में औद्योगिकरण ,सूचनाकरण ,शहरीकरण ,बाजारीकरण व अंतरराष्ट्रीकरण गहराई में चल रहा है ,आर्थिक ढांचे के समायोजन में गति तेज हो रही है और बाजार में निहित मांग विशाल है ।
उन्होंने कहा कि एक अरसे से चीनी आर्थिक वृद्धि में समुचित रूप से धीमी होने का मुख्य कारण समग्र आर्थिक नियंत्रण का परिणाम है ,जो प्रत्याक्षित दिशा के अनुरूप है ।