विश्व बैंक के अध्यक्ष रोबर्ट जोयलिक ने 29 जुलाई को अमेरिका के ऋण सवाल पर आरोप करते हुए कहा कि ऋण लेने की सीमा बढ़ाने पर अमेरिकी कांग्रेस की वार्ता में हुए गतिरोध से भयानक दुष्परिणाम पैदा हो रहा है।
जोयलिक ने कहा कि अमेरिका ने ऋण समझौते का उल्लंघन किया, जो न सिर्फ एक वित्तीय विपत्ति है, बल्कि इस के कारण हर एक अमेरिकी शरमिंदा भी हो रहा है। अब यूरोप वित्तीय समस्या का सामना कर रहा है, जापान भूकंप के बाद धीरे धीरे पुनरुत्थान हो रहा है। वाशिंगटन के राजनीतिक गतिरोध से विश्व में नाजुक व अनिश्चित माहॉल और गंभीर हो गया है।
जोयलिक ने यह जानकारी दी कि विश्व बैंक ऋण सवाल पर अमेरिकी कांग्रेस में सहमति न प्राप्त हो पाने की स्थिति के लिए विभिन्न आपात योजना बना रहा है। लेकिन उन्हें विश्वास है कि विश्व बैंक अभी सुरक्षित है।
उन्होंने कहा कि विकासशील देशों के लोग अमेरिका की कार्यवाई पर बहुत निराश हैं। विश्व के नीति नियामकों का मानना है कि नवोदित आर्थिक समुदायों के प्रभाव लगातार बढ़ने की स्थिति में अमेरिका की यह कार्यवाई चिंताजनक है। (मीनू)