चीनी विदेश मंत्री यांग चे छी ने 22 तारीख को इंडोनेशिया के बाली द्वीप में एशियान-मंच के आयोजन के दौरान अमरीकी विदेश मंत्री सुश्री हिलेरी क्लिंटन से मुलाकात की।
मौके पर उन्होंने कहा कि गत जनवरी में चीनी राष्ट्राध्यक्ष हू चिंग थाओ ने अमरीका का सफल राजकीय दौरा किया था और राष्ट्रपति बाराक ओबामा के साथ व्यापक सहमति प्राप्त की थी,जिससे चीन-अमरीका रिश्तों के नए काल में विकास की दिशा तय की गई है।चीन आशा करती है कि अमरीका चीन के साथ संपन्न 3 संयुक्त विज्ञप्तियों और चीन-अमरीका संयुक्त घोषणा-पत्र में निश्च्ति सिद्धांतों खासकर आपसी सम्मान,समानता,आपसी लाभ,एक दूसरे के आंतरिक मामलों में अहस्तक्षेप जैसे मुख्य सिद्धांतों का कड़ाई से पालन करते हुए प्रमुख संवेदनशील समस्याओँ को समुचित रूप से सुलझाएगा और चीन-अमरीका रिश्तों के स्वस्थ व सुस्थिर विकास को सुनिश्चित करेगा।यांग चे छी ने दलाई लामा से अमरीकी शीर्ष नेता की हालिया मुलाकात पर एक बार फिर चीन का गंभीर रुख जताया।
दक्षिण सागर के सवाल पर यांग ने कहा कि चीन और एशियान देशों के बीच अभी दक्षिण सागर से जुड़े सभी पक्षों के आचरण संबंधी घोषणा-पत्र के क्रियान्वयन का कार्यक्रम पारित हुआ है,जिससे संबंधित पक्षों के बीच ठोस सहयोग के लिए रास्ता हमवार हो गया है और यह भी साबित हुआ है कि चीन और एशियान देशों के पास विवादों को हल करने की शक्ति व बुद्धि होती है।यांग के अनुसार दक्षिण सागर में जहाजरानी और सुरक्षा को कोई खतरा पैदा नहीं हुआ है।
सुश्री हिलेरी ने कहा कि अमरीका तिब्बत और थाईवान के बारे में सवालों की संवेदनशीलता समझता है और एक चीन की नीति अपनाने,चीनी की संप्रभुत्ता व प्रादेशिक अखंडता का समादर करने का अपना ऱुख दोहराना चाहता है।