चीन के उत्तरी शहर हार्बिन में आयोजित बैठक में उपस्थित चीनी शांतिपूर्ण पुनरेकीकरण संवर्द्धन संघ के विदेशी मामलों के लिए कई अधिकारियों ने 18 जुलाई को कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के दलाई लामा से मुलाकात करने पर अड़ा रहना गलत है। इससे चीन-अमेरिका दोनों देशों के नागरिकों व प्रवासी चीनियों को भावनात्मक ठेस पहुंची है और चीन-अमेरिका संबंधों पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ा है।
यूरोपीय चीन की शांतिपूर्ण पुनरेकीकरण संवर्द्धन संघ के अध्यक्ष चांग मैनश्यन ने कहा कि ओबामा के दलाई लामा से मुलाकात करने के गलत विकल्प ने न सिर्फ़ मोटे तौर पर चीन के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप किया, बल्कि गंभीर रूप से अंतरराष्ट्रीय संबंधों के बुनियादी मानदंडों का उल्लंघन भी किया। यह दोनों पक्षों के सामरिक आपसी विश्वास के निर्माण में एक नई बाधा है।
अमेरिकी चीन की शांतिपूर्ण पुनरेकीकरण संवर्द्धन संघ के महासचिव चोंग ज़ोंगयींग ने कहा कि दलाई लंबे समय तक धर्म के नाम पर विदेशों में मातृभूमि बंटवारे का घृणित कार्य कर रहे हैं। अधिकतर प्रवासी चीनी उनका वास्तविक चेहरा जानते हैं। लेकिन ओबामा ने तथाकथित निजी मुलाकात का रूप ले लिया। यह सच में चीन की संप्रभुता का उल्लंघन है।
अमेरिका चीन की शांतिपूर्ण पुनरेकीकरण संवर्द्धन संघ के कार्यकारी अध्यक्ष झेंग च्यनक्वांग को विश्वास है कि प्रवासी चीनी मिल जुलकर ज्यादा मजबूत आवाज़ उठाकर ओबामा की दलाई से मुलाकात का विरोध करेंगे।
(नीलम)