चीन के प्रमुख पत्र जन दैनिक ने 19 जुलाई को समीक्षा जारी कर कहा कि आज के तिब्बत में असीमित जीवित शक्ति है। चीन इस बर्फ़ीले पठार को और सुन्दर व समृद्ध निर्मित करेगा।
समीक्षा में कहा गया कि आज तिब्बत की विभिन्न जातियां अपने शानदार त्यौहार का इंतजार कर रही हैं और तिब्बत की शांतिपूर्ण मुक्ति की 60वीं वर्षगांठ मना रही हैं। पिछले 60 वर्षों में तिब्बती आबादी के 95 प्रतिशत के गुलाम व दास सामंती दासत्व से बचकर देश व समाज के मालिक बने। 60 वर्षों में तिब्बत के कुल उत्पादन मूल्य, किसानों व चरवाहों की औसत आय में भी भारी इजाफा हुआ है। तिब्बत में सड़कें, एयर लाइन्स व रेल मार्ग न होने का इतिहास समाप्त हुआ। तिब्बत के जन जीवन में भी उल्लेखनीय परिवर्तन आये हैं, स्थानीय लोगों का धार्मिक विश्वास की स्वतंत्रता का पूरा सम्मान व संरक्षण किया जाता है। तिब्बत का प्राकृतिक वातावरण का अच्छी तरह संरक्षण किया जाता है, जो दुनिया में सबसे अच्छे पारिस्थितिकी होने वाले क्षेत्रों में से एक है।
समीक्षा में यह भी बताया गया कि तिब्बत के विकास के रास्ते में नयी समस्याएं उभरेंगी। चीन आर्थिक निर्माण को केंद्र में रखकर जातीय एकता को गारंटी देगा और जन जीवन का सुधार करने को ज़्यादा ध्यान देगा, ताकि तिब्बत में आर्थिक व सामाजिक विकास का युगांतर विकास को सुनिश्चित कर सके।
(श्याओयांग)