अमेरिक की विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन भारत के साथ दूसरी रणीतिक वार्ता करने के लिए सोमवार को नई दिल्ली पहुंची । यह कहा जा रही है कि वे भारत को 9/11 के बाद अमेरिका द्वारा विकसित की गई आतंकवाद-विरोधी तकनीक प्रदान करेंगी और रणीतिक वार्ता में दोनों पक्ष नागरिक परमाणु सहयोग, अफगानिस्तान तथा पाकिस्तान से जुड़े सवालों पर विचार करेंगे । अमेरिकी विदेश मंत्री ने अपनी यात्रा से पहले वाशिंग्टन में प्रेस को बताया कि अमेरिका भारत को आतंकवाद निरोधक तकनीक का प्रदर्शन करेगा और यही तकनीक का हस्तांतरण करने की संभावना मौजूद है । इसी महीने की 13 तारीख को मुम्बई में हुए विस्फोटों के बाद भारत के देश भर में घटना से जुड़े सुराग तलाशने का अभियान किया जा रहा है लेकिन अभी तक कोई सुराग हाथ में नहीं लगा । इसीलिए भारत को अमेरिकी तकनीक की सहायता मांगता है । पता चला है कि भारतीय नेता जैसे प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह तथा मंत्रीमंडल के दूसरे महत्वपूर्ण सदस्यों की हिलेरी क्लिंटन के साथ भेंट वार्ता की जाएगी । इन में भारतीय खुफिया ब्यूरो के निदेशक की शामिली भी उल्लेखनीय है । रणनीति वार्ता में दोनों देशों के बीच ऊर्जा, जलवायु परिवर्तन, शिक्षा, विज्ञान और तकनीक जैसे सवालों का विचार विमर्श भी किया जाएगा और रक्षा सहयोग को गौर दिया जाएगा ।