दक्षिण भारत के व्यवसायिक केंद्र मुंबई में 13 तारीख के शाम को 3 सीरीयल ब्लास्ट में बहुत सारे लोग हताहत हुए।
13 तारीख की शाम को 6 बजकर 56 मिनट पर मुंबई के झावेरी बाजार इलाके में पहला विस्फोट हुआ। यह विस्फोट एक होटल के सामने खड़े कार और मोटरसाईकिल में हुआ। धमाके के बाद कई लोग वहीं पर खून से लथपथ पड़े हुए थे। प्रत्यक्षदर्शी अहमद और सैफुल के अनुसार, शुरू में लोगों को लगा कि होटल में गैस सिलेंडर के फटने की आवाज है। जब हमलोग बाहर निकले तो पता चला कि यह एक बम ब्लास्ट था।
झावेरी बाजार मुंबई का सबसे व्यस्त इलाका है। यह इलाका डायमंड खरीद-फरोख्त का सबसे बड़ा बाजार है। विस्फोट के समय बाजार में काफी चहल-पहल थी इसलिए विस्फोट का शिकार होने वालों की संख्या ज्यादा होने की आशंका है। वर्ष 1993 और 2003 में भी झावेरी बाजार इलाके में आतंकी हमले हो चुके हैं।
शाम 6 बजकर 57 मिनट पर मुंबई के दक्षिण में स्थित ऑपेरा हाउस में दूसरे धमाके की आवाज सुनाई दी। बम ऑपेरा हाउस के नजदीक एक इमारत के पास रखा हुआ था। यह ऑपेरा हाउस एक रेलवे स्टेशन के पास स्थित है इसलिए वहाँ पर काफी लोगों का जमावड़ा था। जाँच के बाद पता चला है कि यहाँ का विस्फोट सबसे तीव्र था।
शाम 7 बजकर 6 मिनट पर मुंबई के मध्य में स्थित दादर के एक बस अड्डा पर तीसरा विस्फोट हुआ। यह बम बस अड्डा के पास एक इलेक्ट्रानिक आईटम में रखा गया था। विस्फोट होने के बाद बस स्टैंड पर खड़े लोग तीतर-बितर हो गए। विस्फोट स्थल पर छुपने की कोई जगह नहीं थी इसलिए यहाँ पर भी काफी लोगों को नुकसान पहुँचा है।
शाम 7 बजकर 15 मिनट पर मुंबई पुलिस घटनास्थल पर पहुँच कर विस्फोट स्थल को सील कर दिया तथा राहत-बचाव कार्य शुरू कर दिया। अग्निशमन विभाग ने विस्फोट के बाद लगे आग को बुझाने का काम शुरू कर दिया।