स्थानीय मीडिया ने मंगलवार को सूचना दी कि भारतीय उड्डयन नियामक के अनुसार वर्ष 2013 के बाद विदेशी पायलटों को भारतीय विमान उड़ाने की इज्जाज़त नहीं मिलेगी।
टाइम्स ऑफ इंडिया में कहा गया, नागरिक विमानन (डीजीसीए) के महानिदेशक ई.के. भारत भूषण ने सोमवार को आशा व्यक्त की कि 2013 के अंत तक विदेशी पायलटों की जगह देशी पायलटों को दी जानी वाली प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा।
उन्होंने कहा, मैंने विदेशी पायलटों की भारत छोड़ने की समय सीमा दिसंबर 2013 तक निर्धारित की है। हमें लगता है कि इसे प्राप्त करने में हम सफल रहेंगे।
साथ-साथ उन्होंने यह भी कहा कि देश में 415 विदेशी पायलट हैं और उनके प्रस्थान के बाद एयरलाइन उद्योग की बचत में वृद्धि होगी।
हालांकि भारत में 1300 स्थानीय पायलट है, उनमें से ज्यादातर सह पायलट हैं। उन्होंने आशा जताई कि विदेशी पायलटों के जाने से पहले हमारे पायलट आदेश देने के लिए पूरी तरह सक्षम हो जाएँगे।
(हेमा)