पूर्वी चीन के वे हाइ शहर में पिछले महीने दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय ट्राइएथलोन प्रतियोगिता आयोजित हुई ।विश्व के 22 देशों व क्षेत्रों के 700 से अधिक खिलाडियों ने इस में भाग लिया ।चीनी टीम ने सिर्फ एक पदक प्राप्त किया ।चीनी राजकीय खेल ब्यूरो के संबंधित अधिकारी ने बताया कि चीन के ट्राइएथलोन का स्तर और अंतरराष्ट्रीय स्तर के बीच बडी खाई मौजदू है ,लेकिन सार्वजनिक व्यायाम आंदोलन की दृष्टि से देखा जाए तो ट्राइएथलोन चीन में लोकप्रिय बनने की बडी संभावना है ।
वे हाइ में हुई अंतरराष्ट्रीय ट्राइएथलोन प्रतियोगिता ट्राइएथलोन विश्व कप श्रृंखला प्रतियोगिताओं में से एक है ,जो अंतरराष्ट्रीय ट्राइएथलोन संघ की महत्वपूर्ण प्रतियोगिता मानी जाती है ।इस प्रतियोगिता के तीन भाग हैं यानी 1.5 किलोमीटर तैराकी ,10 किलोमीटर मार्ग साइक्लिंग और चालीस किलोमीटर मार्ग दौड ,जो ऑलंपिक में होने वाली ट्राइएथलोन स्पर्द्धा के नियम के समान है ।
पहले दिन की प्रतियोगिता में कनाडा के खिलाडी किल जोन्स ने पुरुष ग्रुप का खिताब जीता ।मैच के बाद उन्होंने कहा कि हालांकि उन्होंने प्रथम स्थान प्राप्त किया ,मैच बहुत कठोर था ।उन्होंने बताया ,मैच बहुत कठोर था ,खासकर साइकलिंग की स्पर्द्धा एक बडी चुनौती थी ।मैं पहले जत्थे में बने रहने की कोशिश करता रहा ।मार्ग दौड में मुझे बडी कठिनाई महसूस हुई ।लगता था कि कोई मेरा पीछा कर रहा है।पर अंत तक मैं आगे रहा ।
जोंस जैसे विश्व के चोटी स्तर वाले खिलाडी कम नहीं थे ।वे 2012 लंदन ऑलंपिक में भाग लेने के लिए जरूरी अंक इकट्ठा करने के लिए वे हाइ आये ।विदेशी खिलाडियों ने पेशेवर महिला व पुरुष वर्गों की स्पर्द्धाओं के सभी पहले व दूसरे स्थान प्राप्त किये ।चीनी खिलाडी ल्यू टिंग ने महिला वर्ग का कांस्य पदक जीता ।इस के प्रति चीनी राजकीय खेल ब्यूरो के संबंधित अधिकारी वांग शुएं छिंग ने बताया कि पदक तालिका की दृष्टि से देखा जाए तो चीनी खिलाडियों का प्रदर्शन असंतोषजनक रहा ,पर इस मैच ने युवा खिलाडियों के विकास के लिए एक अच्छा मौका दिया है ।उन्होंने कहा ,इस साल कुछ चीनी खिलाडियों ने विश्व फौजी खेल समारोह की तैयारी के लिए इस प्रतियोगिता में भाग नहीं लिया ।कहा जा सकता है कि हमारे सर्वश्रेष्ठ खिलाडी नहीं आये ।पर इस प्रतियोगिता ने हमारे युवा खिलाडियों को अच्छा मौका प्रदान किया ।हाजिकस्तान व आस्ट्रेलिया जैसे अनेक देशों के खिलाडियों ने ऑलंपिक में भाग लेने के लिए अंक एकत्र करने के लिए इस में भाग लिया ।हमारे खिलाडियों की तुलना में उन का प्रदर्शन बेहतर रहा ।पर मुझे विश्वास है कि हमारे खिलाडियों ने इस प्रतियोगिता में अनुभव प्राप्त किया है और उन का स्तर उन्नत होगा ।
ट्राइएथलोन एक नया व चतुर्मुखी स्पर्द्धात्मक खेल है ।वह वर्ष 2000 में ऑलंपिक में और वर्ष 2006 में एशियाड में शामिल हआ था।चीन में ट्राइएथलोन के विकास का इतिहास बहुत छोटा है ।वर्ष 2005 में चीन में राष्ट्रीय ट्राइएथलोन टीम स्थापित हुई ।ट्राइएथलोन के विकास के बारे में जिम्मेदार चीनी खेल अधिकारी शु हाइ फंग का मानना है कि इस खेल में चीन व विश्व के बीच बडी खाई मौजूद है ।उन्होंने कहा ,ट्राइएथलोन एक नया खेल है ,जो शारीरिक शक्ति की बडी मांग करता है ।अब तक चीनी खिलाडियों ने इस खेल में विश्व स्तरीय उपलब्धि प्राप्त नहीं की है।अवश्य हम ने एशिया में एशियाड खिताब व अन्य उपलब्धियां प्राप्त की हैं ।लेकिन विश्व स्तर से पीछे रहे हैं ।इसलिए स्पर्द्धात्मक खेल व ऑलंपिक की तैयारी की दृष्टि से देखा जाए ,तो हमें इस खेल में अधिक बडी शक्ति लगानी चाहिए ।
शु हाइ फंग के विचार में सार्वजनिक व्यायाम आंदोलन की दृष्टि से चीन में ट्राइएथलोन के विकास की बडी गुंजाइश है ।उन्होंने आम लोगों से इस में भाग लेने की अपील की ।उन्होंने कहा ,चीन में ट्राइएथलोन के कई क्लब हैं ।कुछ विश्वविद्यालयों में ट्राइएथलोन टीमें हैं ।हम अधिक प्रतियोगिताएं आयोजित करने की सोच रहे हैं ।इन प्रतियोगिताओं का वर्गीकरण अधिक विविध होगा ताकि अधिकाधिक ट्राइएथलोन प्रेमी इस में भाग ले सकें ।ट्राइएथलोन एक बहुत अच्छा व्यायाम है ।आशा है कि अधिकाधिक लोग अपनी स्थिति के अनुसार इस में हिस्सा लेंगे ।