दक्षिण सूडान ने शनिवार 9 जुलाई को एक समारोह आयोजित कर अपनी स्वतंत्रता की घोषणा की।इससे पूर्व 8 तारीख को सूडान के राष्ठ्रपति बशर ने अध्यादेश जारी कर ऐलान किया था कि सूडान 9 जुलाई 2011 को दक्षिण सूडान को स्वतंत्र व प्रभुसत्ता संपन्न देश के रूप में विधिवत् मान्यता देगा।
अध्यादेश में इस बात पर जोर दिया गया है कि सूडान के दक्षिण व उत्तर के बीच पहली जनवरी 1956 में बनी जो सीमा है,वह अब भी प्रभावी है।सूडान सरकार को उम्मीद है कि दोनों देश सहयोग,सम्मान व पड़ोसियों जैसे मैत्रीपूर्वक साथ-साथ रहने के सिद्धांत पर कायम रहते हुए असाधारण विशेष संबंध स्थापित करेंगे।सूडान सरकार बातचीत व वार्तालाप के जरिए अनसुलझी समस्याओं और बिछोड़े के बाद होने वाले सवालों का समाधान करने में जुटी रहेगी।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने भी सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित कर इस बात का स्वागत किया कि दक्षिण सूडान गणराज्य 9 जुलाई 2011 को औपचारिक तौर पर कायम होगा।सुरक्षा परिषद ने निर्णय भी लिया कि 9 तारीख को संयुक्त राष्ट्र विशेष दल को दक्षिण सूडान भेजा जाएगा,ताकि दक्षिण सूडान में शांति व सुरक्षा को मजबूती मिल सके।संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की-मून ने सूडान सरकार से सूडान में संयुक्त राष्ट्र विशेष दल का कार्यलाय बढाने पर रजामंद होने की अपील की।