वर्तमान में जारी वैश्विक वित्तीय संकट के बावजूद विभिन्न देश वर्ष 2015 से पहले दुनिया में गरीबों की संख्या सन् 1990 की संख्या से 50 प्रतिशत कम करने का निश्चित लक्ष्य हासिल कर सकेंगे। संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने 7 जुलाई को ज़िनेवा में आयोजित एक संबंधित बैठक में यह बात कही।
उन्होंने कहा कि विभिन्न देश सहस्राब्दी विकास लक्ष्य प्राप्त करने से नज़दीक पहुंच रहे हैं। उम्मीद है कि वर्ष 2015 तक विश्व में गरीबी दर अधिक घटकर 15 फीसदी के नीचे होगी और अधिकाधिक लोग और बेहतर शिक्षा व स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे। लेकिन गरीब व अमीर के बीच अन्तर, शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के बीच फरक और अधिक बढ़ने आदि गंभीर चुनौतियां बनी रही हैं।
《संयुक्त राष्ट्र सहस्राब्दी विकास लक्ष्य की 2011 वार्षिक रिपोर्ट》के अनुसार पूर्वी एशिया विशेष रूप से चीन की अर्थव्यवस्था का तेज़ विकास हो रहा है, इससे गरीबी से निपटा जा रहा है। वर्ष 2009 में विश्व में मलेरिया से होने वाली मौतों, एड्स व टीबी और पांच साल से कम उम्र के बच्चों की मौतों की संख्या में काफ़ी गिरावट दर्ज की गयी है।
(रमेश)