वु शी चीन के पूर्वी भाग में स्थित एक बहुत सुंदर पर्यटन स्थल है। इसके उत्तर में यांगत्सी नदी बहती है तो दक्षिण में विशाल थाय झील है। इस शहर का हजारों साल का इतिहास है। यह चीन दस प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है। लगभग 3100 साल पहले, चीन के प्राचीन काल में सबसे लंबे समय तक राज करने वाला राजवंश वु साम्राज्य इसी जगह पर स्थापित हुआ था। इसके बाद, यह शहर चीन के यांगत्सी नदी के दक्षिणी भाग में राजनीतिक, आर्थिक और सैन्य केंद्र के रूप में स्थापित हो गया। यहीं पर चीन का प्रसिद्ध वु संस्कृति का प्रादुर्भाव हुआ था।
वु संस्कृति के बारे में विस्तार से जानकारी देने के लिए और इस संस्कृति के प्रचार-प्रसार के लिए वर्ष 2006 से यह शहर प्रत्येक साल वु संस्कृति मेले का आयोजन करती आ रही है। वर्ष 2011 के 10 अप्रैल से 16 अप्रैल तक चलने वाले इस मेले ने यहाँ के लोगों के लिए सभ्यता-संस्कृति का नया रूप लेकर आई। इसमें 15 तारीख को आयोजित होने वाली प्राचीन नहर में नौकायन इस मेले का सबसे अदभुत कार्यक्रम था।
प्राचीन नहर वु शी शहर के केंद्र से होकर बहती है। यह नहर वु शी शहर के ह्वांग फु तुन से लेकर नान छांग पुल तक लगभग 11 किलोमीटर लंबी गोल चक्कर लगाती है। इस नहर का इतिहास चीन के शांग राजवंश के अंतिम काल से शुरू होता है। लगभग 3000 वर्ष पहले चोउ राजवंश के सम्राट का सबसे बड़ा राजकुमार थाय पो ने वु राजवंश की स्थापना की थी। इसने सिंचाई और बाढ़ की समस्या से निपटने के लिए लोगों के साथ मिलकर पो तु नहर की खुदाई की। यह नहर उस समय न केवल सिंचाई और व्यापार का मुख्य मार्ग बन गया बल्कि सैन्य सुरक्षा में भी इसका उपयोग किया जाता था। प्राचीन काल में, वू साम्राज्य ने छु साम्राज्य पर आक्रमण करने के लिए और फु छाय ने छी साम्राज्य पर आक्रमण करने के लिए इस नहर का प्रयोग किया था। यह नहर न केवल वु शी शहर का सबसे पुराना मानव निर्मित नहर है बल्कि मानव इतिहास में भी सबसे पुराना मानव निर्मित नहर है। सन् 613 में स्वी राजवंश के सम्राट स्वी यांग ने इन नहर को पेइचिंग से जोड़ दिया, जिससे उत्तर और दक्षिण चीन के बीच यह व्यापार का प्रमुख मार्ग बन गया। वु शी शहर ऐसा पहला शहर बन गया जो कि दो प्राचीन राजधानियों को जोड़ती थी।
शाम को इस नहर में नौकायन का भव्य समारोह औपचारिक तौर पर शुरू हो गया। इस समारोह में प्राचीन नहर और मानव जाति के बीच संबंध को इकाई मानकर प्रदर्शित किया गया। इसमें ह्वाग फु तुन भी शामिल है। वु शी युएन लिन के साहित्यका ने हमे परिचय देते हुए कहा कि
प्राचीन काल में ह्वांग फु तुन में छः प्रसिद्ध व्यक्ति आए थे, जिसमें तीन सम्राट फु छाय, छिंग राजवंश के सम्राट खांग शी और सम्राट छिएन लुंग है। दो प्रधानमंत्री छुन शन च्वुन और वन थिएन शियांग और एक मिंग राजवंश के न्यायधीश। इसलिए लोगों को यहाँ जाकर यह सब देखना बहुत पसंद है।
चीन में तुन का अर्थ उँचा पठार होता है। ह्वाग फु तुन भी इस नहर पर स्थित एक छोटा द्वीप है जिसका क्षेत्रफल 220 वर्ग मीटर है। यहाँ पर छुन शन च्वुन आये थे इसलिए उन्हीं के नाम पर इस द्वीप का नाम ह्वाग फु तुन पड़ गया।
वु शी शहर चारों तरफ से इस नहर से घिरा हुआ है, इसलिए यहाँ के लोग इस नहर के किनारे रहते हैं और यह नहर ही उनका जीवन है। इस नहर में न केवल वर्षों पुराना इतिहास बसा हुआ है बल्कि पीढ़ी दर पीढ़ी की सभ्यता भी मिली हुई है। इतिहास में यह नहर व्यापार का प्रमुख अड्डा था, जिससे वु शी शहर का व्यापारिक केंद्र भी विकसित हुआ है। इस नहर का इतिहास बहुत पुराना है इसलिए पर्यटन उद्योग में भी इस नहर का बहुत महत्वपूर्ण स्थान है। विगत कुछ वर्षों से, वु शी के प्राचीन रूप को फिर से वापस मुर्त रूप देने के लिए यहाँ के पुराने पुल, गली, मंदिर, निवास स्थान आदी की मरम्मत की जा रही है, जिससे यहाँ के प्राचीन सभ्यता-संस्कृति को वापस मुर्त रूप दिया जा सके।
इस साल के 5 दिनों के नौकायन मेले में लगभग 50 रंग-बिरंगे नौकाओं ने भाग लिया है। नौकायन के लिए तीन मार्गों का चुनाव किया गया है। एक बार का नौकायन कार्यक्रम लगभग दो से तीन घंटों तक चलता है, जिसमें रंग-बिरंगे प्रदर्शनियों का प्रदर्शन किया जाता है।
इस नौकायन में भाग लेने वाले नावों का आकार भी भिन्न-भिन्न है। कुल पचास नावों को तीन भागों में बाँटा गया है, जिसमें 15 सबसे बड़े नाव, 15 मझोले आकार के और 20 सबसे छोटे आकार के नाव हैं। इसमें 15 सबसे बड़े नावों में आधुनिक तकनिक का प्रयोग किया गया है जिससे विभिन्न प्रकार की जगमगाती रोशनी फैलायी जाती है।
नौकायन को केंद्र में रखकर वु शी में रात्रि पर्यटन को बढ़ावा दिया जाता है। इस मेले के मुख्य कार्यक्रम के रूप में नौकायन के द्वारा न सिर्फ वु संस्कृति की विशेषता को प्रदर्शित किया जाता है बल्कि नये-नये कार्यक्रम भी पेश किए जाते हैं और साथ हि चीन के कायापलट के परिणामों को भी प्रदर्शित किया जाता है। नौकायन की रात को वु शी प्राचीन नहर के किनारे और स्थित इमारतों पर लोगों की भीड़ लगी हुई थी। शांगहाई के एक पर्यटक ने संवाददाता को बताया कि
वास्तव में मैंने सोचा भी नहीं था कि वु शी शहर इतना सुंदर होगा। नहर के किनारे इतना रोमांचक दृश्य होगा। वास्तव में ऐसा लग रहा है जैसे मैं किसी कवि की कविताओं में खो गया हूँ।
अगर वु शी के प्राचीन नहर की सुंदरता की बात करें तो वहाँ के स्थानीय निवासियों की बात ज्यादा सटीक होगी। एक स्थानीय निवासी ह ली ने कहा
मैं यहीं पली-बढ़ी हूँ। मेरा यहाँ पर बहुत लंबा अनुभव है। साठ और सत्तर के दशक में मुझे याद है, यहाँ पर लोग नहर के किनारे कपड़े धोया करते थे, कुछ लोग सब्जी साफ करते थे। विशेषतौर पर गर्मी में यहाँ बच्चे नहर में तैरते थे।
वास्तव में पिछली शताब्दी के अस्सी के दशक में ही ह ली के द्वारा कही गई बात लुप्त हो गई थी। औद्योगिकीकरण के कारण नहर का पानी बहुत गंदा हो गया था। इस पानी में तैरने की बात तो दूर लोग नाव भी चलाना पसंद नहीं करते थे। लेकिन इस बार के नौकायन के आयोजन में वु शी के स्थानीय सरकार के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है जिन्होंने नदी की साफ-सफाई में अपना भरपूर योगदान दिया है। पिछले तीन सालों में स्थानीय सरकार ने इस नहर के साफ-सफाई में लगभग 3 अरब चीनी युवान की राशि का निवेश किया है। इस साफ-सफाई के द्वारा न केवल यहाँ के स्थानीय लोगों के जीवन में परिवर्तन आया है बल्कि यह नहर एक बार फिर से अपनी पुरानी सुंदरता को वापस पा चुका है।
आप जो अभी यह गाना सुन रहे हैं उसका नाम प्राचीन नहर का प्यार है। इस गीत के रचनाकार चीन के प्रसिद्ध संगीतकार, निर्देशक श्रीमान् शान छी हैं। वे चीन के वी चैनल, फिनिक्स चैनल, एम टी वी चैनल आदी में गीतों की रचना कर चुके हैं। इस गीत को यहाँ के स्थानीयों निवासियों का बहुत स्वागत मिला है। इस गीत के रचना के बारे में शान छी ने बताया
मैंने इस गीत की रचना बहुत पहले की थी। जब मैं इस जगह से दूसरे जगह गया तब इस जगह की याद ने मुझे इस गीत की रचना करने की प्रेरणा दी। उस समय मैने इस गीत का नाम प्राचीन नहर का पानी था। अब इसका नाम प्राचीन नहर का प्यार है।
प्राचीन नहर के जिर्णोद्धार के बाद, इस नहर का गीत हमेशा यहाँ के स्थानीय लोगों के होठों पर होता है। यह इस नहर के जिर्णोद्धार के बाद, यहाँ के लोगों का इस नहर के प्रति प्रेम को प्रदर्शित करता है।