भारत में 18 जून को समाप्त सप्ताह के दौरान खाद्यान्न महंगाई दर घटकर 7.78 प्रतिशत तक पहुंची, जो इससे पूर्व के सप्ताह की 9.13 प्रतिशत की तुलना में उल्लेखनीय है। सरकार द्वारा जारी ताज़ा सांख्यिकी रिपोर्ट में इसकी पुष्टि की गयी है।
महंगाई दर में गिरावट आने से न सिर्फ उपभोक्ता, बल्कि सरकार और खासकर रिजर्व बैंक ने भी राहत की सांस ली है। वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक बुनियादी चीजों और सब्जियों के सूचकांक में भारी गिरावट दर्ज की गयी है, पर ईंधन व ऊर्जा सूचकांक बढ़कर 12.98 प्रतिशत तक पहुंच गया है। खाद्यान्न महंगाई को रोकने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक गत वर्ष के मार्च से ही लगातार ब्याज दरों में वृद्धि कर रहा है। लेकिन ब्याज़ दरों की अधिक वृद्धि से आर्थिक विकास के प्रभावित होने की संभावना मौजूद है।
विशेषज्ञों का अनुमान है कि रिजर्व बैंक महंगाई पर काबू पाकर अपनी नीतियों में समायोजन कर सकेगा । प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने हाल ही में कहा कि भारत की आर्थिक विकास दर 9-10 प्रतिशत तक जा पहुंचेगी और सरकार इसके लिए पूरी कोशिश करेगी।
(हू मिन)