सरकार विरोधी संगठन--राष्ट्रीय संक्रमणकालीन कमेटी के प्रवक्ता ने कहा कि लीबिया के नेता ओमार गद्दाफी ने हाल ही में सलाह-मशविरे के लिए एक प्रतिनिधि को पेरिस भेजा।अब सरकार विरोधी संगठन व सरकार के बीच तीसरे पक्ष के माध्यम से संपर्क हो रहा है, कोई भी प्रत्यक्ष सलाह-मशविरा नहीं हुआ है। इस प्रवक्ता ने यह भी कहा कि गद्दाफी-प्रशासन पर हमले को बन्द करने के सरकार विरोधी संगठन की शर्त में कोई बदलाव नहीं आया कि गद्दाफी व उस के रिशतेदार होने वाली सरकार में कोई पद नहीं संभालेंगे।
उसी दिन अमरीकी प्रतिनिधि सदन ने अपनी सभा में आयोजित मतदान में लीबिया के विरुद्ध सैन्य कायवाही के लिए सरकार को अधिकार देने के प्रस्ताव का वीटो कर दिया।लीबिया में नाटो की सैन्य कार्यवाहियों में तलाशी, टोह व हवाई तेल-सप्लाई की वित्तीय मदद के बारे में एक प्रस्ताव भी प्रतिनिधि सदन में पारित नहीं हो सका।
अमरीका सरकार को इस परिणाम पर निराशा हुई। उसने संसद से लीबिया में सैन्य कार्यवाही का समर्थन करने के प्रस्ताव को जल्द ही पारित करने की अपील की।