दोस्तो , इस माह की 12 से 20 तारीख तक चीनी राष्ट्राध्यक्ष हू चिन थाओ ने कजाकस्तान , रुस और युक्रेन इन तीनों देशों की राजकीय यात्रा की और शांगहाई सहयोग संगठन के आस्ताना शिखर सम्मेलन तथा 15वें सन पेटरबर्ग अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक मंच में भाग लिया । इस यात्रा की समाप्ति पर चीनी विदेश मंत्री यांच च्ये छी ने संवाददाताओं को यात्रा के सुफल से अवगत कराया । उन्हों ने कहा कि मौजूदा यात्रा ने उक्त देशों के साथ चीन के रणनीतिक साझेदार संबंध का दर्जा उन्नत कर दिया है और मैत्रीपूर्ण सहयोग का नया अध्याय जोड़ दिया है ।
यांग च्ये छी ने कहा कि यह यात्रा ऐसी विशेष ऐतिहासिक पृष्ठभूमि में हुई है कि अंतर्राष्ट्रीय व क्षेत्रीय परिस्थिति में गहरा व जटिल परिवर्तन हुआ है , शांगहाई सहयोग संगठन कुंजीभूत विकास दौर में प्रविष्ट हुआ है और यूरोपीय व एशियाई देशों के साथ चीन का संबंध तेजी से विकसित हुआ है , साथ ही यह चीनी राष्ट्राध्यक्ष की एक भारी राजनयिक कार्यवाही भी है । संयोग की बात यह भी है कि यह यात्रा शांगहाई सहयोग संगठन की स्थापना और चीन रुस अच्छे पड़ोसियों जैसी मैत्रीपूर्ण सहयोग संधि के हस्ताक्षर की दसवीं वर्षगांठ होने पर हुई है , अतः इस यात्रा का मील पत्थर का महत्व है ।
यांग च्ये छी का मानना है कि इस यात्रा ने चीन रुस रणनीतिक साझेदार संबंध के विकास का नया अध्याय जोड़ दिया है । चालू वर्ष चीन रुस अच्छे पड़ोसियों जैसी मैत्रीपूर्ण सहयोग संधि के हस्ताक्षर की दसवीं वर्षगांठ है । यात्रा के दौरान दोनों देशों ने वर्तमान अंतर्राष्ट्रीय परिस्थिति और महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय सवालों के बारे में चीन व रुस का संयुक्त वक्तव्य संपंन्न किया है , दोनों देशों के संबंधित विभागों व उपक्रमों ने वित्त , बिजली पावर , दूर संचार और पुनरुत्पादनीय ऊर्जा समेत सात सहयोग दस्तावेज भी संपन्न किये हैं । चीन व रुस के नेताओं ने चीन रुस अच्छे पड़ोसियों जैसी मैत्रीपूर्ण सहयोग संधि के हस्ताक्षर के पिछले दस सालों में दोनों देशों के संबंधों में प्राप्त शानदार कामयाबियों का पूर्ण रुप से सारांश निकाल दिया है , साथ ही भावी दस सालों में चीन रुस संबंध के विकास की योजना और समान दिलचस्पी वाले भारी अंतर्राष्ट्रीय व क्षेत्रीय मामलों पर विचारों का आदान प्रदान किया और व्यापक मतैक्य भी प्राप्त कर लिया। चीनी राष्ट्राध्यक्ष हू चिन थाओ ने कहा कि आगामी दस साल चीन व रुस दोनों देशों के विकास व पुनरुत्थान का कुंजीभूत काल होगा और चीन रुस रणनीतिक साझेदार संबंध को गहराई में ले जाने का अहम मौका मौजूद होगा । इसलिये दोनों पक्षों के लिये यह जरूरी है कि चीन रुस की परम्परागत मैत्री की शांतिपूर्ण धारणा के आधार पर आपसी रणनीतिक विश्वास और आपसी राजनीतिक सहायता को मजबूत बनाया जाये । चीन रुस के साथ संधियों की भावना के अनुसार चीन रुस परम्परागत मैत्री की शांतिपूर्ण धारणा को प्रदर्शित करने , दोनों के आपसी रणनीतिक विश्वास को गहराई में ले जाने और केंद्रीय हित मामलों पर एक दूसरे का समर्थन करने को तैयार है , आपसी समझदारी व आपसी रियायत और सहसोग व समान जीत के सिद्धांत का अनुसरण करते हुए सर्वांगीर्ण रुप से विभिन्न क्षेत्रों में सार्थक सहयोग सुदृढ़ बनाने को तैयार भी है , समानता व विश्वास , आपसी समर्थन , समान समृद्धि और पीढ़ी दर पीढ़ी मैत्री के संपूर्ण रणनीतिक सहयोग साझेदार संबंध के विकास की कोशिश करेगा और दोनों देशों के विकास में और अधिक नये ठोस सुफल प्राप्त कर लेगा ।
यांग च्ये छी ने कहा कि इस यात्रा से चीन कजाकस्तान रणनीतिक साझेदार संबंध का दर्जा भी उन्नत हो गया है । यात्रा के दौरान चीनी राष्ट्राध्यक्ष हू चिन थाओ ने राष्ट्रपति नजरबायव के साथ वार्ता की और प्रधान मंत्री मासिमोव से भेंट की । दोनों देशों के राज्याध्यक्षों ने संपन्न साझे वक्तव्य में चीन कजाकस्तान संपूर्ण रणनीतिक साझेदार संबंध के विकास और इन दोनों देशों के संबंधों के भावी विकास की रणनीतिक योजना की घोषणा भी की है ।
यांग च्ये छी ने कहा कि मौजूदा यात्रा चीन युक्रेन संबंध के दीर्घकालिक विकास के लिये भारी महत्व रखती है । युक्रेन की यात्रा के दौरान राष्ट्राध्यक्ष हू चिन थाओ ने राष्ट्रपति लानुकोविच , संसदीय अध्यक्ष लिटविन और प्रधान मंत्री आजारोव से अलग अलग तौर पर वार्ता की । दोनों देशों के राजनेताओं ने रणनीतिक साझेदार संबंध की स्थापना व विकास के बारे में चीन युक्रेन संयुक्त वक्तव्य जारी किया और दोनों देशों के दीर्घकालीन मैत्रीपूर्ण सहयोग व समानता तथा विश्वास के रणनीतिक साझेदार संबंध की स्थापना का निर्णय भी कर लिया तथा दोनों देशों के समान विकास व समृद्धि के लिये लगातार आपसी राजनीतिक विश्वास को मजबूत बनाने और पारस्परिक लाभ व आवाजाही के नये मौके की खोज करने का सकल्प भी प्रकट किया ।
यांग च्ये छी ने कहा चीन इस य़ात्रा का फायदा उठाकर रुस , कजाकस्तान और युक्रेन के साथ रणनीतिक साझेदार संबंध का विकास करने और शांगहाई भावना के अनुसार आपसी राजनीतिक विश्वास , एकता व सहयोग तथा क्षेत्रीय स्थिर शांति व समान समृद्धि को मजबूत बनाने को संकल्पबद्ध है ।