चीन व उक्रेन के शीर्ष नेताओं ने 20 जून को कीव में दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदार संबंध की स्थापना व विकास करने के संयुक्त वक्तव्य पर हस्ताक्षर किए। इस वक्तव्य के अनुसार दोनों देशों के शीर्ष नेताओं का समान विचार है कि चीन व उक्रेन के बीच के संबंधों ने सर्वांगीण विकास के नए चरण में प्रवेश किया है। द्विपक्षीय संबंधों के स्तर को उन्नत करने की दोनों पक्षों की समान इच्छा व क्षेत्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय स्थिति में आए गहरे बदलाव को ध्यान में रखकर चीन व उक्रेन ने रणनीतिक साझेदार संबंध की स्थापना व विकास करने का फैसला किया है।
आपसी रणनीतिक साझेदार संबंध के विषय व सिद्धांत के प्रति दिए गए वक्तव्य में जोर देते हुए कहा गया कि देश की प्रभुसत्ता, एकता व प्रादेशिक अखंडता संबंधी सवालों पर दोनों पक्ष एक दूसरे का दृढता से समर्थन करेंगे। यह चीन व उक्रेन के बीच रणनीतिक साझेदार संबंध का महत्वपूर्ण विषय है। उक्रेन ने दोहराया कि वह थाईवान सवाल पर चीन के सिद्धांत व रूख का दृढता से समर्थन करता है।
वक्तव्य में दोनों पक्षों ने कहा कि कोई भी एक पक्ष अपने देश की प्रादेशिक भूमि पर अन्य पक्ष की प्रभुसत्ता, सुरक्षा व प्रादेशिक अखंडता को नुकसान पहुंचाने वाले उग्रवाद संगठनों व उन की कार्यवाहियों को अनुमति व समर्थन नहीं देगा और किसी तीसरे देश को भी उस की प्रभुसत्ता से दूसरे पक्ष की प्रभुसत्ता, सुरक्षा व प्रादेशिक अखंडता को नुकसान पहुंचाने की अनुमति नहीं देगा।