अफगानिस्तान स्थित नाटो सेना के प्रवक्ता जोसेफ़ ब्लोत्स ने 20 तारीख को काबुल में कहा कि अफगान तालिबान स्त्रियों को आत्मघाती हमलावार बनाकर उनसे नाटो-सेना और अफगान सुरक्षाबलों पर हमला करवा रहा है।इससे आम अफगानियों की सुरक्षा को खतरा पैदा हुआ है।
ब्लोत्स के अनुसार जैसे-जैसे सुरक्षा के कार्य के हस्तांतरण की तिथि करीब आ रही है, नाटो सेना और अफगान सुरक्षाबलों ने तालिबान का सफाया करने के अभियान में सकारात्मक तरक्की की हैं।तालिबान द्वारा पहले काबिज कई क्षेत्र वापस ले लिए गए हैं और अफगानिस्तान में सुरक्षा की स्थिति सुधर गई है।
लेकिन ब्लोत्स ने यह भी कहा कि तालिबान स्थिरता और सुरक्षा को भंग करने के लिए नाटो सेना और अफगान राष्ट्रीय सुरक्षाबलों पर अपने हमलों में स्त्रियों का इस्तेमाल कर रहा है।सांस्कृतिक भिन्नता के कारण स्त्रियों के लिए सुरक्षा-जांच से बचना उतना कठिन नहीं होता ,जितना पुरूषों के लिए होता है।विगत एक महीने में कम से कम 3 ऐसी आत्मघाती हमलों की घटनाएं हुई हैं,जिनमें स्त्रियों का इस्तेमाल किया गया है।