चीनी राष्ट्राध्याक्ष हू चिनथाओ ने 17 जून को 15 वें सेंट पीटर्सबर्ग अंतरराष्ट्रीय आर्थिक मंच को संबोधित करते हुए"आपसी लाभ व समान जीत की खोज और समान विकास की प्राप्ति"शीर्षक भाषण दिया।
उन्होंने अपने भाषण में मुख्य तौर पर वर्तमान विश्व आर्थिक विकास स्थिति में मौजूद सवालों के समाधान के लिए तीन सूत्रीय विचार व्यक्त किए। भूमंडलीय आर्थिक प्रबंधन को मज़बूत कर अंतरराष्ट्रीय बैंकिंग व्यवस्था में सुधार के अलावा आर्थिक विकास के तरीके को बदलकर आर्थिक ढांचे में सुधार किया जाए। साथ ही वैज्ञानिक व तकनीकी उपलब्धियों का फ़ायदा उठाकर विज्ञान, तकनीक व अर्थव्यवस्था के मेलमिलाप में तेज़ी लायी जाय।
हू चिनथाओ ने ज़ोर देते हुए कहा कि नई भूमंडलीय आर्थिक प्रबंधन प्रणाली में विश्व आर्थिक ढांचे का परिवर्तन जाहिर होना चाहिए, पारस्परिक सम्मान व सामूहिक निर्णय लेने वाले सिद्धांतों का पालन करना चाहिए, विशेषकर नवोदित देशों व विकासशील देशों का प्रतिनिधित्व बढ़ाया जाना चाहिए।
हू चिनथाओ ने यह भी कहा कि मौत्रीपूर्ण पड़ोसी व रणनीतिक साझेदार के रूप में चीन हमेशा रूस के पुनरुत्थान पर ध्यान देते हुए उसका समर्थन भी करता है। विश्व के महत्वपूर्ण नवोदित आर्थिक देशों के नाते चीन व रूस के अनवरत व स्थिर विकास दोनों के लिए मौका ही नहीं, विश्व आर्थिक विकास के लिए भी हितकारी होगा।
(श्याओ थांग)